नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने अभी हाल ही में आईसीसी अवॉर्ड की घोषणा की थी. पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम को साल 2022 का वनडे ऑफ द ईयर और क्रिकेटर ऑफ द ईयर के अवार्ड से नवाजा गया है. बाबर आजम ने लगातार दूसरे साल इस खिताब को अपने नाम करने में सफलता हासिल की है. बाबर ने अपने शानदार परफॉर्मेंस से दुनियाभर में क्रिकेट फैंस का दिल जीत लिया है. लेकिन उनके क्रिकेटर बनने का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था. बाबर ऐसे समय से गुजरे हैं, जब उनके घर में खाने के लिए कुछ नहीं हुआ करता था. उनके पिता आजम सिद्दीकी ने अपने गुरबत के दिनों को याद करते हुए यह बात कही है.
आजम सिद्दीकी ने अपने गरीबी वाले हालातों को बयां किया. उन्होंने कहा कि ऐसा समय था कि अगर 'मैं खा लेता तो उनके बेटे बाबर को भखे रहना पड़ता था.' बतादें कि बाबर आजम को आईसीसी अवॉर्ड मिलने के बाद उनका और उनके पिता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उसमें पिता अपने मुश्किल दिनों के बारे में बता रहे हैं. वहीं, बाबर आजम भी पिता की बातों को सुनकर भावुक होते नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं बाबर की आंखे भी नम हो जाती हैं. पिता के अनुसार उन दिनों घर में सिर्फ एक ही व्यक्ति के हिसाब का खाना होता था. अगर पिता वह खाना खा लेते थे तो बाबर को भूखा ही रहना पड़ता था. हमारे पास एक बंदे के लिए खाने के पैसे हुआ करते थे, इसलिए हम दोनों बाप-बेटे एक दूसरे झूठ बोलते थे कि हमने खाना खा लिया है.