नई दिल्ली:एक नई टीम के रूप में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में प्रवेश करना और सीधे फाइनल तक जाना एक सपना होता है. लेकिन हार्दिक पांड्या की अगुवाई वाली टीम गुजरात टाइटंस ने उस सपने को हकीकत में बदल दिया है, क्योंकि उन्होंने अपने डेब्यू सीजन में ही फाइनल के लिए क्वॉलीफाई कर लिया है.
मेगा नीलामी के बाद गुजरात टीम को देखते हुए अधिकांश क्रिकेट के जानकारों और यहां तक कि प्रशंसकों ने गुजरात को शीर्ष-चार का दावेदार मानने से इंकार कर दिया था, लेकिन न केवल उन्होंने फाइनल के लिए क्वॉलीफाई किया, बल्कि वे अंक तालिका में भी टॉप पर रहे. ऐसा लगता है कि अपने पहले सीजन में टाइटंस ने जीत के फार्मूले को पूरा कर लिया है, खासकर रन चेज में. उसने लक्ष्य का पीछा करते हुए अपने आठ में से सात मैच जीते हैं. ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना था कि गुजरात एक अच्छा टीम मानने से पहले उनकी बल्लेबाजी को कमजोर कहा था. लेकिन अधिकांश जीटी बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है और उन्होंने अपनी मैच जीतने की क्षमताओं के साथ सभी को गलत साबित किया है.
टाइटंस भले ही सुपरस्टार्स से भरी टीम न हो, लेकिन हार्दिक पांड्या की कप्तानी, डेविड मिलर की दृढ़ता, राहुल तेवतिया की फिनिशिंग और राशिद खान की हरफनमौला क्षमता ने टीम के बाकी साथियों को प्रेरित किया. डेविड मिलर (38 गेंदों में नाबाद 68) और हार्दिक (27 गेंदों में 40 रन) की शानदार पारियों ने गुजरात टाइटंस को अपने पहले सत्र में आईपीएल 2022 के फाइनल में पहुंचा दिया और क्वॉलीफायर 1 में ईडन गार्डन्स में मंगलवार को राजस्थान रॉयल्स पर सात विकेट से जीत दर्ज की. मैच के बाद हार्दिक ने खुलासा किया कि उनकी टीम में अलग-अलग किरदार हैं और वे अलग-अलग समय पर चीजें करते हैं.
स्टार ऑलराउंडर ने कहा, सभी 23 खिलाड़ी अलग-अलग किरदार हैं, जो अलग-अलग चीजें करने में माहिर हैं. मिलर से भी उन्होंने कहा कि अगर आपके आसपास अच्छे लोग हैं, तो आपको अच्छी चीजें मिलती हैं और यही हमारे लिए कहानी रही है. उन्होंने कहा, जिस तरह के खिलाड़ी हमारे पास हैं, मैं वास्तव में देखता हूं कि डगआउट में खिलाड़ी भी कोशिश कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं कि वे अच्छा प्रदर्शन करें. यही कारण है कि हम यहां तक पहुंच गए हैं.
आईपीएल 2022 मेगा नीलामी से पहले गुजरात टाइटन्स ने ड्राफ्ट के माध्यम से हार्दिक पांड्या को चुना और उन्हें टीम का कप्तान बनाया. हालांकि, पांड्या की गेंदबाजी फिटनेस के साथ-साथ उनकी कप्तानी कौशल पर भी संदेह था, यह देखते हुए कि उन्होंने पहले केवल एक बार सीनियर क्रिकेट में नेतृत्व किया था. लेकिन पांड्या ने इस तरह के सभी संदेहों को खत्म कर दिया है और उनकी कप्तानी में गुजरात आईपीएल 2022 के फाइनल के लिए क्वॉलीफाई करने वाली पहली टीम बन गई है.