हैदराबाद : भारत में चल रहे आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 में भारतीय टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है. टूर्नामेंट में अब तक अजेय भारत ने ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड को पटखनी दी है. रविवार को लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी एकाना स्टेडियम में मेन इन ब्लू का सामना गत चैंपियन इंग्लैंड से होगा.
चोटिल ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या, जो न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच नहीं खेल पाए थे, उनके इंग्लैंड के खिलाफ खेलने की संभावना नहीं है क्योंकि वह अपनी चोट से उबर चुके हैं. इसे देखते हुए, भारत के पूर्व विकेटकीपर अजय रात्रा को लगता है कि कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ खेल से पहले नेट्स में गेंदबाजी की थी, हार्दिक की जगह ले सकते हैं और छठे गेंदबाज की भूमिका निभा सकते हैं. हार्दिक पांड्या ने इस विश्व कप में पांच विकेट लिए हैं और 11 रन बनाए हैं.
भारत के लिए 6 टेस्ट और 12 वनडे खेलने वाले 41 वर्षीय अजय रात्रा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा, 'इस टीम की विशेष बात यह है कि सभी खिलाड़ियों को जब भी मौका मिला है उन्होंने अपनी क्षमताओं का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है और टीम का ओवरऑल प्रदर्शन सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट रहा है. शानदार फील्डिंग, बैटिंग और बॉलिंग के कारण प्रतियोगिता में भारतीय टीम का दबदबा रहा है'.
अजय रात्रा ने कहा, 'न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में हार्दिक पांड्या की कमी महसूस नहीं हुई. पिछले मैच में वापसी करने वाले मोहम्मद शमी ने धारदार गेंदबाजी की. बाकी खिलाड़ी भी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. रोहित शर्मा, विराट कोहली, केएल राहुल ने जिम्मेदारी भरी भूमिका निभाई है. तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जड़ेजा ने अपनी भूमिकाएं सही ढंग से निभाई हैं'.
उन्होंने कहा, 'अगर हार्दिक पांड्या बाकी बचे मैचों में हिस्सा नहीं ले पाते हैं तो यह टीम इंडिया के लिए बड़ा झटका होगा क्योंकि इससे संतुलन प्रभावित होगा. हार्दिक पांड्या छठे गेंदबाज के तौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं और फिनिशर की भूमिका भी निभाते हैं. उनकी अनुपस्थिति में टीम को पांच विशेषज्ञ गेंदबाजों पर निर्भर रहना होगा और इसलिए कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को कुछ हद तक गेंदबाजी करनी चाहिए'.
घरेलू सर्किट में हरियाणा के लिए खेलने वाले रात्रा ने कहा, 'कुछ साल पहले युवराज सिंह, सुरेश रैना, वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर पार्ट टाइम गेंदबाज की भूमिका निभाते थे. यही कारण है कि टीम को एक विशेष छठे गेंदबाज की कमी महसूस नहीं होती थी. अब रोहित शर्मा और विराट कोहली के पास समय था कि वो अपनी गेंदबाजी का अभ्यास करें और उन्हें उसी के अनुसार काम करना चाहिए'.