नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) के चुनावों की नई तारीखों को हरी झंडी दिखा दी है. अब DDCA के चुनाव 5 से 8 नवंबर के बीच होंगे.
पहले ये चुनाव 17 से 20 अक्टूबर के बीच होने थे लेकिन निर्वाचन अधिकारी नवीन बी चावला ने DDCA के लोकपाल दीपक वर्मा की सलाह के बाद विवाद के चलते इन चुनावों को स्थगित कर दिया था.
चुनावों की प्रक्रिया वहीं से शुरू होगी जहां पर ये 10 अक्टूबर को रुकी थी. इस दिन प्रत्याशियों को दिन में 3 बजे तक अपने नाम वापस लेने थे लेकिन 2:30 बजे ही चुनाव स्थगित करने का नोटिस आ गया था.
अब जिन लोगों ने अपना नामांकन भरा है वो 17 अक्टूबर को 11 से 1 बजे के बीच में अपना नाम वापस ले सकते हैं. इसी दिन प्रत्याशियों की अंतिम सूची शाम 4 बजे तक जारी कर दी जाएगी. 5 से 8 नवंबर के बीच अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और 4 निदेशकों के पद के चुनाव होने हैं.
DDCA के संयुक्त सचिव राजन मानचंदा ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने एक तबगे के कोर्ट के बाहर सहमति बनाए जाने के बाद DDCA चुनावों की नई तारीखों को मंजूरी दे दी है. प्रमोद जैन और मैंने सुप्रीम कोर्ट में जो स्पेशल लीव पीटिशन डाली थी वो वापस ले ली है."
इस संबंध में अलग-अलग तबगो ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट दाखिल किए.
चुनावों की नई तारीखों का चयन करते हुए अधिकारियों ने नवरात्रि और दशहरा का ध्यान रखा. चार दिन चलने वाले इन चुनावों में वोट हर दिन सुबह 11 से शाम पांच बजे के बीच डाले जाएंगे. वोटों की गिनती 9 नवंबर को की जाएगी और इसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और 14 साल तक DDCA के अध्यक्ष रहे अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली का अध्यक्ष चुना जाना तय है. उनके नाम को लेकर सभी वर्गों में सर्वसम्मति है. बाकी पदों के लिए दो गुट सीधे तौर पर आमने-सामने हैं.
एक गुट मानचंदा, विनोद तिहारा और बंसल का है जबकि दूसरा गुट सी.के. खन्ना का है जिनकी पत्नी शशि खन्ना कोषाध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रही हैं.