दिल्ली

delhi

Happy B'day Sir Jadeja: फील्डिंग-गेंदबाजी-बल्लेबाजी... हर डिपॉर्टमेंट में जबरदस्त हैं जड्डू, यहां पढ़िए बेमिसाल Records

By

Published : Dec 6, 2020, 10:14 AM IST

रविंद्र जडेजा आज 32 वर्ष के हो गए हैं. उनके जन्मदिन के खास मौके पर उनके द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड पर डालते हैं एक नजर-

रविंद्र जडेजा
रविंद्र जडेजा

हैदराबाद :भारतीय क्रिकेट टीम और चेन्नई सुपर किंग्स के शानदार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा आज अपना 32वां जन्मदिन मना रहे हैं. जडेजा भारत के लिए तीन प्रारूपों का प्रितिनिधित्व करते हैं. साल 2008 में उन्होंने विराट कोहली की कप्तानी में उपकप्तान के तौर पर अंडर-19 विश्व कप खेला था और जीता भी था. उसके बाद उनको 2009 में भारत की वनडे और टी-20 टीम में जगह मिल गई थी. लेकिन उनको भारत का टेस्ट प्लेयर बनने में तीन साल और लग गए.

यह भी पढ़ें- आज 27 वर्ष के हुए यॉर्कर किंग बुमराह, यहां पढ़िए जसप्रीत के बारे में Lesser Known Facts

रणजी ट्रॉफी में तीन तिहरे शतक के दम पर उनको भारत के लिए इंग्लैंड के खिलाफ 2012-13 सीजन में घरेलू सीरीज से टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला. तब से उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा और वे भारत और आईपीएल के अहम खिलाड़ियों में से एक हैं. आपको बता दें कि वे इकलौते भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तीन बार तिहरा शतक जड़ा है.

साल 2019 में वे सबसे तेजी से 200 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले बाएं हाथ के गेंदबाज बने थे. साल 2013 के अगस्त में वे अनिल कुंबले के बाद पहले भारतीय बने जिन्होंने आईसीसी की वनडे में नंबर 1 गेंदबाज बने. फिर साल 2012 में उनको आईपीएल खेलने का भी मौका मिला. कुछ साल पहले शेन वॉर्न ने उनके शानदार कॉन्फिडेंट के कारण उनका निकनेम 'रॉकस्टार' रखा.

जडेजा एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो सही मायने में ऑलराउंडर हैं. इस दौर में उनकी गिनती बेहतरीन फील्डर्स में होती है, गेंदबाजी में भी उन्होंने खुद को साबित किया है. बतौर बल्लेबाज उनको टीम में मैच को फिनिश करने की जिम्मेदारी दी जाती है.

रविंद्र जडेजा

यह भी पढ़ें- ऑस्ट्रेलिया के लिए बुरी खबर! स्टार्क नहीं खेलेंगे सीरीज के बचे हुए T20 मैच

घुड़सवारी के शौकीन जडेजा को 'सर जडेजा' कहा जाता है. इसके पीछे एक अनोखी कहानी है. 2009 वर्ल्ड टी-20 के दौरान जडेजा को काफी ट्रोल किया गया था. जड्डू इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के लिए काफी महंगे साबित हुए थे. उनके शर्मनाक प्रदर्शन के कारण उनको काफी ट्रोल किया गया था और सर्कास्टिकली उनको 'सर' कहा जाने लगा. हालांकि इसके बाद उन्होंने खुद को साबित किया और एक बेहतर क्रिकेट के रूप में निखरे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details