नई दिल्ली : ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इस शो में ये भी बताया कि कैसे एक क्रिकेटर का करियर उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरता है. अश्विन ने इसके अलावा अपनी मानसिक ताकत के बारे में भी बात की, जिसने उन्हें मानसिक रूप से मजबूत रखने में मदद की, खासकर उस समय जब उन्हें 2011 विश्व कप या फिर 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान बेंच पर बैठना पड़ा था.
मानसिक रूप से मजबूत रहने में मदद मिली
अश्विन ने साथ ही एक वाकये को याद किया जब भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने उनका आत्मविश्वास बढ़ाया था, जिससे उन्हें मानसिक रूप से मजबूत रहने में मदद मिली थी. ऑफ स्पिनर ने कहा, "सचिन मेरे पास आए और उन्होंने मुझसे कहा, आप नेट में बहुत अच्छी गेंदबाजी करते हो, ऐसे ही उस समय भी करना जब तुम्हें खेलने का मौका मिला.''