चेन्नई : बल्लेबाज केदार जाधव को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना नहीं गया था. ये सीरीज हालांकि कोरोनावायरस के कारण स्थगित कर दी गई थी. 35 साल के केदार जाधव ने भारतीय टीम के लिए 73 वनडे मैच खेले हैं.
भारतीय टीम के बल्लेबाज केदार जाधव पछतावा है कि मैं उनके साथ नहीं खेल सका
चेन्नई सुपर किंग्स के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट में जाधव ने कहा, "जब मैं बड़ा हो रहा था तब सचिन मेरे आदर्श हुआ करते थे. मुझे इस बात का पछतावा है कि मैं उनके साथ नहीं खेल सका, लेकिन जब पंसदीदा क्रिकेटर की बात है तो जाहिर तौर पर धोनी है."
जाधव ने कहा, "जब मैं माही भाई से मिला था तब मैंने सोचा ता कि वो भारत के कप्तान हैं तो काफी सख्त होंगे लेकिन, उनसे मिलने के बाद पसंदीदा क्रिकेटर की कोई और तस्वीर नहीं नजर आई."
मुझे आत्मविश्वास मिलता है
आईपीएल में धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई के लिए खेलने वाले जाधव ने कहा, "मैं आठ-दस वनडे ही खेल पाता लेकिन माही भाई ने मेरा साथ दिया और उनके शांत स्वाभाव का मुझ पर असर रहा है. जब मैं उन्हें देखता हूं तो मुझे आत्मविश्वास मिलता है और अगर आपको ऐसा समर्थन कप्तान से मिले तो इससे काफी मदद मिलती है."
गेंदबाजी करते हुए केदार जाधव जाधव का गेंदबाजी एक्शन
अपनी गेंदबाजी एक्शन के बारे में पूछे जाने पर केदार ने कहा कि उन्होंने 2016 की न्यूजीलैंड की घरेलू सीरीज के दौरान इसकी कोशिश की और धोनी ने उनका समर्थन किया.
"मैंने इसे नेट्स पर अभ्यास किया. उस समय अनिल (कुंबले) भाई कोच थे और उन्होंने कहा कि ये कोई कानूनी नहीं है. फिर पहले एक दिवसीय मैच में मैंने जिमी नीशम (कैच और गेंदबाजी) को आउट किया. ये मेरा पहला विकेट था और फिर माही भाई ने मुझे विश्वास दिलाया कि मैं गेंदबाजी कर सकता हूं. मैंने घरेलू क्रिकेट में भी ज्यादा गेंदबाजी नहीं की थी लेकिन उनकी वजह से मुझे आत्मविश्वास मिला.