दिल्ली

delhi

ETV Bharat / sports

देश के सामने क्रिकेट बहुत छोटी चीज है : हरभजन सिंह

भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह उन प्रवासी मजदूरों के बारे में चिंतित हैं जो अपने घरों तक पहुंचने के लिए मेट्रो सिटी छोड़ रहे हैं. हरभजन का कहना है कि सरकार को लॉकडाउन की घोषणा से पहले उनके (मजदूरों ) लिए कुछ व्यवस्था करनी चाहिए थी.

Harbhajan Singh
Harbhajan Singh

By

Published : Mar 29, 2020, 2:43 PM IST

नई दिल्ली :भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने शनिवार को कहा कि वह इस समय क्रिकेट के बारे में नहीं सोच रहे हैं क्योंकि यह उस स्थिति की तुलना में "बहुत छोटी चीज" है जिसका लोग सामना कर रहे हैं. वर्तमान में पूरे देश में कोरोनावायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन लगाया गया है.

हरभजन सिंह

क्रिकेट मेरे दिमाग में पिछले 15 दिनों में नहीं आया

स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा, ''ईमानदारी से कहूं तो इस समय क्रिकेट मेरे दिमाग में पिछले 15 दिनों में नहीं आया है. देश के सामने क्रिकेट बहुत छोटी चीज है. अगर क्रिकेट और आईपीएल के बारे में सोचूंगा तो मैं स्वार्थी हो जाऊंगा. हमारी प्राथमिकता स्वस्थ रहना चाहिए. हरभजन ने कहा कि भारत तभी फिट होगा जब हम सुरक्षित और स्वस्थ रहेंगे. खेल मेरे विचारों में भी नहीं है.

उन्होंने कहा, "ये एकजुट रहने का समय है और आप इस देश को अपने पैरों पर वापस लाने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं उसे करने की कोशिश करें."

भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह

कोरोनावायरस के कारण देश में सभी खेल आयोजन या तो स्थगित या रद्द कर दिए गए हैं. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का 13 वां संस्करण भी 15 अप्रैल तक निलंबित है.

सरकार को कुछ व्यवस्था करनी चाहिए थी.

39 वर्षीय दिग्गज गेंदबाज उन प्रवासी मजदूरों के बारे में चिंतित है जो अपने घरों तक पहुंचने के लिए मेट्रो सिटी छोड़ रहे हैं. उनके अनुसार, सरकार को लॉकडाउन की घोषणा से पहले उनके लिए कुछ व्यवस्था करनी चाहिए थी.

"मुझे लगता है कि घोषणा करने से पहले प्रवासी मजदूरों की स्थिति को ध्यान में रखा जाना चाहिए. उनके पास रहने के लिए घर, खाने के लिए भोजन और कमाने के लिए नौकरी नहीं है. सरकार को इस बात का ध्यान रखना चाहिए और उन्हें आश्वस्त करना चाहिए. सिंह ने कहा, "उन्हें भोजन और पैसा मिल जाएगा लेकिन अब वे अपने घर वापस जाना चाहते हैं. यह बहुत परेशान करने वाला है कि चीजों को कैसे संभाला जाता है."

किसी ने नहीं सोचा था कि स्थिति गंभीर हो जाएगी

उन्होंने कहा, "किसी ने कभी नहीं सोचा था कि स्थिति गंभीर हो जाएगी और शहरों को बंद कर दिया जाएगा. चीजें इतनी तेजी से बदल गईं कि सरकार को भी उनके बारे में सोचने का समय नहीं मिला. मुझे उम्मीद है कि हमारे पास नागरिकों की सुरक्षा के लिए स्मार्ट तरीके से निर्णय लेने का समय है. "मैं समझता हूं कि लोग अपने घर क्यों जाना चाहते हैं क्योंकि वे अपने लोगों के साथ रहना चाहते हैं."

ABOUT THE AUTHOR

...view details