लीड्स: आईसीसी विश्व कप-2019 के अपने आखिरी मुकाबले में गुरुवार को हेडिंग्ले मैदान पर अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज की टीमें आमने-सामने होंगी. दोनों टीमें काफी पहले ही सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी हैं और अब इनके लिए ये मैच साख की लड़ाई बन गया है.
वेस्टइंडीज ने एक मैच जीता है. उसने पहले मैच में पाकिस्तान को एकतरफा मात दी थी लेकिन इसके बाद उसे जीत नसीब नहीं हुई. ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड के खिलाफ वो जीत की तरफ जाती दिख रही थी, लेकिन अपनी गलतियों के कारण वो जीत से दूर रही.
अफगानिस्तान ने भी कुछ मैचों में अच्छी प्रतिस्पर्धा दिखाई लेकिन जीत के लिए जरूरी संयम वो दिखा नहीं सकी. ये टीम जब विश्व कप में आई थी तब उम्मीद थी कि एक दो बड़े उलटफेर करेगी. ये उम्मीद धराशायी हो गई.
आखिरी मैच में उसके पास जीत हासिल करने का अवसर है, लेकिन किसी भी लिहाज से वेस्टइंडीज का सामना करना उसके लिए आसान नहीं होगा. चिता वेस्टइंडीज को भी होगी.
उसका कारण अफगानिस्तान का मजबूत स्पिन गेंदबाजी आक्रमण है जिसमें राशिद खान, मुजीब उर रहमान और मोहम्मद नबी जैसे नाम हैं. स्पिन विंडीज के तूफानी बल्लेबाजों की कमजोरी रही है जिनके खिलाफ तेजी से रन बनाने के प्रयास में विकेट जल्दी गिरते हैं.
ऐसे में क्रिस गेल, शाई होप, निकोलस पूरन, शिमरोन हेटमायेर, कार्लोस ब्रैथवेट को अफगानिस्तान के खिलाफ संभल कर खेलना होगा. साथ ही उतना ही चौकन्ना अफगानिस्तान को भी रहना होगा क्योंकि अगर विंडीज की बल्लेबाजी चल निकली तो अफगानिस्तान के फील्डर सिर्फ सीमा रेखा के पार से गेंद उठाने के लिए होंगे.