हैदराबाद : प्रसिद्ध तमिल कवि-गीतकार वैरामुत्तु को ज्ञानपीठ विजेता मलयालम कवि दिवंगत ओएनवी कुरुप की याद में शुरू पांचवें ओएनवी साहित्य सम्मान के लिए चुने जाने पर विवाद गरमा गया है. भारी आलोचना के बाद जूरी ने कहा है कि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाएगा. दरअसल, वैरामुत्तु पर साल 2018 में मीटू मूवमेंट के तहत कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगया था.
ये भी पढे़ं : इरफान एक खास और अच्छे व्यक्ति थे, जो कभी नहीं बदले : आसिफ कपाड़िया
ओएनवी साहित्यिक एकेडमी द्वारा मलयालम और अन्य भारतीय भाषाओं के कवियों को दिए जाने वाले इस सम्मान में तीन लाख रुपये नकद राशि और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है. बुधवार को जब वैरामुथु को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया, तो इसका पुरजोर विरोध किया गया.
शुक्रवार को ओएनवी कल्चरल एकेडमी के अध्यक्ष और प्रसिद्ध मलयालम फिल्म निर्देशक अदूर गोपालकृष्ण ने कहा कि वे इस फैसले पर पुनर्विचार करेंगे. उन्होंने अपने बयान में कहा, चयन समिति के निर्देशानुसार इस पर अब पुनर्विचार किया जा रहा है.