दिल्ली : इंटरनेट के पास सहयोग और संचार के महान लाभ हैं, साथ ही गोपनीयता की चिंताएं बहुत कम हो गयी है. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी किसी भी मध्यस्थ या किसी निकाय की आवश्यकता को समाप्त करके सहकर्मी से सहकर्मी लेनदेन की अनुमति देता है. उपयोगकर्ताओं की जानकारी को गुमनाम रखकर, यह सभी लेन-देन के स्थायी सार्वजनिक रिकॉर्ड को मान्य और बरकरार रखती है. ब्लॉकचेन के माध्यम से जानकारी अत्यधिक सुरक्षित और निजी हो जाती है, जबकि इसमें शामिल सभी गतिविधियां शुद्ध और पारदर्शी हैं.
आम तौर पर, हम मतदान में घंटों बिताते हैं, क्योंकि मतदान केंद्र के बाहर एक लाइन लगानी होती है, जिसके लिए प्रत्येक व्यक्ति अपनी दिनचर्या से एक दिन की छुट्टी लेता है और पूरा शहर रुक जाता है. हम फर्जी मतदान, बूथ कैप्चरिंग आदि के बारे में भी समाचार सुनते रहते हैं, इन सबसे बचने के ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी सही उपाय है.
भारत के डिजिटल इंडिया बनने के साथ ही भविष्य में शायद हम मतदान के लिए ब्लॉकचेन को लागू कर सकते हैं, क्योंकि यह हमारे मतदान प्रणाली में आने वाली कई समस्याओं को हल कर सकता है. लोगों को मतदान केंद्रों पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी, वह अपने डिजिटल प्रमाणीकरण तकनीकों जैसे कि चेहरे की पहचान या वॉयस बायोमेट्रिक्स के साथ अपने फोन के माध्यम से वोट कर पाएंगे. इस प्रकार समय की बचत होगी और प्रत्येक व्यक्ति उनकी पहचान का खुलासा किये बिना अपने डिजिटल हस्ताक्षर के माध्यम से एक बार वोट करने में सक्षम होगा.
- ब्लॉकचेन एक प्रत्यक्ष लोकतंत्र का मार्ग प्रशस्त कर रहा है, जहां लोग प्रतिनिधियों पर भरोसा किये बिना नीति के पाठ्यक्रम (course of policy) को खुद तय कर सकते हैं. क्योंकि चुनाव प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता सर्वोपरि है.
- ब्लॉकचेन वर्तमान मतदान प्रक्रिया के मौजूदा मुद्दों के लिए लागत प्रभावी और स्मार्ट समाधान प्रदान करता है.
- ब्लॉकचेन सार्वजनिक जांच के लिए खुले होते हुए भी मतदाताओं की गोपनीयता को सुरक्षित रखता है.
- यह गिनती और इसमें शामिल लागतों को कम करके अधिक पारदर्शिता और सुविधा के साथ वोटों की जवाबदेही, ऑडिटबिलिटी और प्रमाणीकरण बनाए रखने में सक्षम है.
हालांकि इन दिनों कुछ भी दोष मुक्त और सुरक्षित नहीं है, फिर भी ब्लॉकचेन-सक्षम मतदान प्रक्रिया में छेड़छाड़, हेरफेर करना, लगभग असंभव है. साथ ही यह शासन में आम जनता के विश्वास को बनाए रखने में भी मदद करेगा और इस तरह जनता की भागीदारी और मतदान में वृद्धि होगी.
मतदान की वर्तमान प्रक्रिया में दो चरण होते हैं, पहले वोट के लिए पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) करना है और उसके बाद ही मतदान की प्रक्रिया है. ब्लॉकचेन के माध्यम से प्रस्तुत ई-वोटिंग की प्रणाली में एक अतिरिक्त कदम होगा. यह उपयोगकर्ताओं को अपने वोटों को सत्यापित करने और अपने वोटों की पुष्टि प्राप्त करने में सक्षम करेगा.