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दिल्ली में हिंसा का कारण बन रही है अवैध हथियारों की तस्करी

दिल्ली इन दिनों अवैध हथियारों की मंडी बनती जा रही है. स्थानीय बदमाश सस्ते में बढ़िया हथियार खरीद अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं.

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Published : Sep 4, 2020, 11:09 PM IST

Illegal weapon  smuggling causing violence in Delhi
दिल्ली पुलिस

नई दिल्ली:देश की राजधानी दिल्ली इन दिनों अवैध हथियारों की मंडी बनती जा रही है. स्थानीय बदमाश सस्ते में बढ़िया हथियार खरीद अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं. दिल्ली में इन हथियारों की डिमांड के कारण अवैध हथियारों के निर्माता और इनके तस्कर कई गुना ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं.

दिल्ली में हिंसा का कारण बन रही अवैध हथियारों की तस्करी



बढ़े अपराधिक मामले

अवैध हथियारों की आसानी से उपलब्धता के कारण दिल्ली में गैंगवार की घटनाएं लगातार बढ़ रही है. कभी भी कहीं भी कोई भी इलाका गोलियों के चलने की आवाज से गूंज उठता है. कुछ दिनों पहले ही पुरानी दिल्ली इलाके में एक घर के बाहर 15 से 20 राउंड फायरिंग भी हुई थी. बाइक पर झपटमारी करने वाले बदमाश भी अब पिस्टल लेकर चलते हैं और जब चाहे वारदात को अंजाम दे रहे हैं. इतना ही नहीं इन अवैध हथियारों की पहुंच नाबालिग बच्चों तक भी है.


दिल्ली दंगों में भी इस्तेमाल हुए थे अवैध हथियार

फरवरी महीने में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में 50 से ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. इन दंगों के दौरान भी अवैध हथियारों का जमकर इस्तेमाल हुआ था. आसानी से बाजार में उपलब्ध होने के कारण दंगाइयों ने दंगों के दौरान जमकर अवैध हथियारों का इस्तेमाल किया था. जिसमें कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. दंगों के बाद दिल्ली पुलिस ने छापेमारी के दौरान लोगों के घरों और वाहनों से भारी मात्रा में अवैध हथियार और कारतूस भी बरामद किए थे.



कई राज्यों से होती है तस्करी

दिल्ली में हथियारों की तस्करी भारत के कई राज्यों से होती है. बिहार मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिले पहले से ही अवैध हथियारों के मामले में बदनाम रहे हैं. बिहार के मुंगेर जिले में बनने वाले अवैध हथियारों के कारखाने को पुलिस ने भले ही बंद करा दिया हो, लेकिन हथियार तस्करों ने एक नया रास्ता निकाल लिया है. अब हथियार तस्कर अवैध हथियारों के पार्ट्स अलग-अलग तस्करी कर उन्हें अससेबेल कर के बेच रहे हैं. इसके साथ ही मध्य प्रदेश के कई ऐसे इलाके हैं जहां अवैध हथियारों का निर्माण किया जा रहा है, जिसके बाद उन्हें दिल्ली में भेजा जाता है. कुछ दिनों पहले स्पेशल सेल ने एक ऐसे ही हथियार तस्कर को पकड़ने में सफलता हासिल की थी, जिसके पास से करीब 25 अवैध हथियार बरामद किए गए थे. उससे पूछताछ के दौरान भी मध्यप्रदेश मॉड्यूल का खुलासा हुआ था.



कम कीमत बनी वजह

अगर इन अवैध हथियारों की कीमत की बात करें तो एक से 2 हजार रुपये में तैयार होने वाला कट्टा आसानी से बाजार में 5000 में बिकता है. 2 से 5 हजार में तैयार होने वाला सोफिस्टिकेटेड पिस्टल 20 से 25 हजार तक में बिकता है. मध्य प्रदेश से हथियारों की तस्करी करने वाले तस्कर वहीं पिस्टल 10000 में खरीदते हैं और दिल्ली एनसीआर में उन्हें 25000 तक में बेचा जाता है. पिछले कुछ महीनों में दिल्ली पुलिस ने ऐसे कई तस्करों को पकड़ने में सफलता हासिल की है, जो मध्य प्रदेश से बढ़िया किस्म के हथियारों का धंधा करते हैं.



होता है बड़े पैमाने पर उत्पाद

दिल्ली में अवैध हथियारों की तस्करी के संबंध में रिटायर्ड एसीपी वेदभूषण ने बताया कि दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में इन हथियारों का बड़े स्तर पर निर्माण होता है. इन राज्यों में आसानी से अवैध हथियार निर्माण की सामग्री उपलब्ध होती है. देसी कट्टे के निर्माण में ट्रैक्टर की नाल का उपयोग किया जाता है, जो आसानी से कबाड़ बाजार में उपलब्ध हो जाता है. जिसके बाद इन्हें गोपनीय तरीके से दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर बेचा जाता है.



ऐसे रुकेगी हथियारों की तस्करी

अवैध हथियारों की तस्करी को रोकने के संबंध में रिटायर्ड एसीपी वेद भूषण ने बताया कि इन हथियार तस्करों को पकड़ने से ज्यादा कुछ उम्मीद नहीं की जा सकती है. इसके लिए जरूरी है कि इन हथियार निर्माताओं के सोर्स को ट्रेस करने की ताकि पूरे सिंडिकेट को पकड़ा जा सके. अभी के समय बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के विभिन्न इलाकों से हथियारों की तस्करी की जा रही है. जरूरत है, इनके सिंडिकेट को पकड़ने की जिससे दिल्ली में हथियारों की तस्करी रुक सकेगी.


केस स्टडी

1. सीएए और एनआरसी के विरोध में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में गवाह को धमकाने वाले आरोपियों के पास से पुलिस ने दो अवैध पिस्टल व चार कारतूस बरामद किए थे. दोनों आरोपी राजधानी में हथियारों की तस्करी का काम करते थे. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि 28 जुलाई को पुलिस ने अजीम को गिरफ्तार किया था. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह बाबू के साथ अमरोहा के हथियार लेकर दिल्ली आया था.


2. कुछ दिनों पहले वजीराबाद इलाके में पुलिस ने गस्त के दौरान एक पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया था. पूछताछ के दौरान पता चला कि युवक ने हथियार तस्करों से पिस्तौल खरीदी थी. संत नगर बुराड़ी पुस्ता रोड पर चेकिंग की जा रही थी. तभी एक संदिग्ध की जांच करने पर पता चला कि उसके पास पिस्तौल और दो कारतूस है.






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