ढाका : बांग्लादेश की प्रधानमंत्री एवं अवामी लीग प्रमुख शेख हसीना ने छिटपुट हिंसा और मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) द्वारा चुनावों का बहिष्कार किए जाने के बीच रविवार को गोपालगंज-3 संसदीय सीट पर फिर से शानदार जीत दर्ज की. बीडीन्यूज24 की खबर के अनुसार, हसीना(76) को 249,965 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं बांग्लादेश सुप्रीम पार्टी के एम निजाम उद्दीन लश्कर को महज 469 वोट ही मिले.
गोपालगंज उपायुक्त एवं चुनाव अधिकारी काजी महबुबूल आलम ने नतीजे की घोषणा की. उन्होंने 1986 से आठ बार गोपालगंज-3 सीट पर जीत हासिल की है. प्रधानमंत्री हसीना लगातार चौथा कार्यकाल हासिल करने वाली हैं. उनका अब तक का यह पांचवां कार्यकाल होगा. हसीना 2009 से बांग्लादेश में शासन कर रही हैं. अब तक के रूझानों के अनुसार, अवामी लीग के उम्मीदवार ज्यादातार सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं.
बता दें कि इससे पहले बांग्लादेश में 12वें संसदीय चुनाव के लिए मतदान रविवार को समाप्त हो जाने के बाद वोटों की गिनती शुरू गई थी. द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, 299 संसदीय सीटों के लिए 42 हजार मतदान केंद्रों पर स्थानीय समयानुसार सुबह 8 बजे शुरू हुई वोटिंग शाम 4 बजे समाप्त हुई. चुनाव आयोग के अनुसार करीब 40 फीसदी मतदान हुआ. साथ ही निर्वाचन आयोग ने कहा, वोटों की गिनती शुरू हो गई है.
स्थानीय मीडिया ने बताया कि हिंसा, झड़प और धांधली की छिटपुट घटनाओं के कारण मतदान प्रभावित हुआ. अवामी लीग के नेता जिल्लुर रहमान आज सुबह मुंशीगंज में एक मतदान केंद्र के पास मृत पाए गए. रहमान मुंशीगंज-3 से एएल-नामांकित उम्मीदवार मृणाल कांति दास के समर्थक थे. मुंशीगंज एसपी ने कहा कि असलम खान ने कहा कि शव बरामद कर लिया गया है लेकिन मतदान केंद्र से हिंसा की कोई खबर नहीं है.