मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया में 15 साल से रह रहे एक सिख रेस्तरां मालिक को उस समय झटका लगा, जब उन्हें लगातार कई दिनों तक अपनी कार पर मलमूत्र लगा हुआ मिला और नस्लवादी पत्र मिले, जिनमें उन्हें ऑस्ट्रेलिया से जाने के लिए कहा गया था. धमकी में लिखा गया था, "घर जाओ, भारतीय.''
तस्मानिया के होबार्ट में 'दावत - द इनविटेशन' रेस्तरां चलाने वाले जरनैल 'जिम्मी' सिंह ने कहा कि उन्हें पिछले दो, तीन महीनों से लगातार निशाना बनाया जा रहा है. सिंह ने मंगलवार को एबीसी न्यूज को बताया, "जब बात आपके घर की आती है तो यह मानसिक रूप से बहुत तनावपूर्ण होता है और विशेष रूप से उस पर आपका नाम होने से यह बहुत अधिक मानसिक तनाव होता है. कुछ तो किया जाना चाहिए.''
रिपोर्ट के मुताबिक, सिंह ने पहले यह मान लिया कि पत्र किसी युवा व्यक्ति द्वारा लिखा गया है और उन्होंने इसे नजरअंदाज करने की पूरी कोशिश की. पहली घटना को याद करते हुए, उन्होंने कहा कि लगातार चार या पांच दिनों तक उनकी कार के दरवाजे के हैंडल पर कुत्ते का मल लगा हुआ था, इसके बाद उनके रास्ते में एक नस्लवादी पत्र लिखा हुआ था, जिसमें कहा गया था कि "घर जाओ, भारतीय". हालांकि घटनाएं पुलिस के संज्ञान में लाई गईं और उनकी संपत्ति पर वीडियो कैमरे लगाए गए, लेकिन द्वेषपूर्ण पत्र आते रहे.
उन्होंने एबीसी न्यूज को बताया कि अगला पत्र लगभग एक महीने बाद मिला, और यह पहले से भी अधिक आक्रामक था - जिसमें "आप भारत वापस जा सकते हैं" जैसी टिप्पणियां शामिल थीं. कार्यस्थल के बाहर उनकी कार पर भी खरोंचें आईं. सिंह ने अफसोस जताया, "इस तरह की चीज को रोकना होगा. निश्चित रूप से, हमें बदलाव की जरूरत है." तस्मानिया पुलिस कमांडर जेसन एल्मर ने एक बयान में कहा कि घटनाओं की सूचना पुलिस को दी गई है और जांच की जा रही है.