मेदान : एलन मस्क की कंपनी सोशल मीडिया साइट एक्स (X.Com), जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था को इंडोनेशिया में ऑनलाइन पोर्नोग्राफ्री और जुए को बढ़ावा देने के आरोपों के तहत बैन कर दिया गया है. यह मस्क और X.com के लिए एक बड़ा झटका है. अल जजीरा के मुताबिक, इंडोनेशिया के संचार और सूचना विज्ञान मंत्रालय ने कहा कि साइट को प्रतिबंधित कर दिया गया है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि इस साइट के डोमेन नेम (X.Com) अश्लील साहित्य और जुए जैसी 'नकारात्मक' सामग्री के खिलाफ देश के सख्त कानूनों का पालन नहीं करता है.
ट्विटर को इंडोनेशियाई सरकार को भेजना होगा पत्र, देनी होगी सफाई
मंत्रालय में सूचना और सार्वजनिक संचार के महानिदेशक उस्मान कंसोंग ने कहा कि सरकार साइट की प्रकृति को स्पष्ट करने के लिए X.Com एक्स के संपर्क में है. कंसोंग ने मंगलवार को स्थानीय मीडिया को बताया कि आज पहले, हमने ट्विटर के प्रतिनिधियों से बात की. उन्हें पहले एक पत्र भेजना होगा कि ट्विटर की ओर से X.com का उपयोग किया जा रहा है. इसके बाद भी उनपर लगे प्रतिबंध को हटाने पर विचार किया जायेगा. इस कदम का मतलब है कि इंडोनेशियाई लोग वर्तमान में ट्विटर का इस्तेमाल नहीं कर पायेंगे.
इंडोनेशिया में हैं 24 मिलियन ट्विटर यूजर
जानकारी के मुताबिक, इंडोनेशिया में देश की 270 मिलियन की आबादी में लगभग 24 मिलियन (लगभग 2 करोड़ 40 लाख) यूजर ट्विटर का उपयोग करते हैं. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही मस्क ने घोषणा की थी कि ट्विटर प्लेटफॉर्म की रीब्रांडिंग के हिस्से के रूप में काले रंग की पृष्ठभूमि पर एक सफेद एक्स का लोगो इस्तेमाल करेगा और अपना पक्षी वाला लोगो हटा देगा. मस्क ने इसे रीब्रांडिंग के रूप में परिभाषित किया है. जिससे उपयोगकर्ताओं के बीच मिश्रित प्रतिक्रिया उत्पन्न हुई है. हालांकि, मस्क ने कहा है कि यह प्लेटफ़ॉर्म को 'सबकुछ के लिए एक ऐप' में बदलने की दिशा में पहला कदम है. मस्क की योजना है कि इस एप के माध्यम से भुगतान और बैंकिंग जैसी सेवाएं भी शुरू की जायेंगी.
नया नहीं है इंडोनेशिया में वेबसाइटों का ब्लॉक होना
जब लोकप्रिय वेबसाइटों को ब्लॉक करने या ब्लॉक करने की धमकी देने की बात होती है इंडोनेशिया इस मामले में काफी आगे है. बता दें कि इंडोनेशिया, दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला मुस्लिम-बहुल देश है. 2022 में, अधिकारियों ने कहा कि वे नेटफ्लिक्स, गूगल, फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर सहित लोकप्रिय साइटों को ब्लॉक कर देंगे, अगर उन्होंने मंत्रालय को उनके प्लेटफॉर्म पर दिखाई देने वाली सामग्री का विवरण नहीं दिया. सभी साइटें समय सीमा से पहले पंजीकरण करके प्रस्तावित प्रतिबंध से बचने में कामयाब रहीं.