वॉशिंगटन डीसी:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएस फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने बुधवार को वर्जीनिया के अलेक्जेंड्रिया में नेशनल साइंस फाउंडेशन का दौरा किया और 'स्किलिंग फॉर फ्यूचर' कार्यक्रम में भाग लिया. इस दौरान जिल बाइडेन कहा कि शिक्षा भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के गहरे संबंध की आधारशिला है. दोनों देशों के छात्र एक-दूसरे के साथ सीख रहे हैं और बढ़ रहे हैं. रोजाना नई-नई खोज कर रहे हैं और साथ मिलकर एक बेहतर दुनिया का निर्माण कर रहे हैं. कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हुए भारत और अमेरिका सभी के लिए एक सुरक्षित, स्वस्थ, अधिक समृद्ध भविष्य बना सकते हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत बनाने के लिए भारत और अमेरिका को युवाओं में निवेश करने की जरूरत है, जो भविष्य हैं. उन्होंने युवाओं को वे अवसर प्रदान करने के महत्व पर प्रकाश डाला जिनके वे हकदार हैं. हम नियोक्ताओं, यूनियनों, स्कूलों और स्थानीय सरकारों के साथ साझेदारी करने के लिए एनएसएफ जैसी एजेंसियों सहित अपने पूरे प्रशासन को एक साथ ला रहे हैं, ताकि हम यह सुनिश्चित कर सकें कि छात्रों के पास इन करियर को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक चीजें हैं. उन्होंने कहा कि यही बाइडेन शिक्षा नीति है.
अमेरिका की प्रथम महिला ने कहा कि वर्षों तक संबंधों को मजबूत करने के बाद, अमेरिका और भारत साझेदारी और गहरी हुई है. हम (भारत और अमेरिका) संयुक्त रूप से वैश्विक चुनौतियों से निपट रहे हैं. आप यह सुनिश्चित करने के लिए काम करते हैं कि सभी भारतीयों, विशेषकर लड़कियों को शिक्षा प्राप्त करने और वे कौशल हासिल करने का अवसर मिले जिनकी उन्हें आवश्यकता है.