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बेलारूस : राष्ट्रपति के खिलाफ महिलाओं ने खोला मोर्चा, लगे 'गद्दी छोड़ो' के नारे

बेलारूस में हाल ही संपन्न राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का विरोध लगातार बढ़ता ही जा रहा है. मिन्स्क में करीब 10 हजार से ज्यादा महिलाओं ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. ये रैली पिछले काफी दिनों से चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों से जुड़ी हुई थी.

protest in belarus
मिन्स्क में विरोध प्रदर्शन

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Published : Sep 13, 2020, 3:59 PM IST

मिन्स्क : बेलारूस की राजधानी मिन्स्क में करीब 10 हजार से ज्यादा महिलाओं ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. बेलारूसियन विरोधी नेतृत्व वाली समन्वय परिषद ने शनिवार को कहा कि चुनाव के बाद हुए विरोध प्रदर्शनों के बीच बेलारूस में महिलाओं के मार्च को विदेशों से फंड नहीं दिया गया.

इससे पहले बेलारूसी राष्ट्रीय टेलीविजन ने बेलारूस में विपक्ष के विरोध के लिए अमेरिकी विदेश मंत्रालय से कैलिफोर्निया की मुख्यालय वाली आईटी कंपनी पांडाडॉक को निवेदन करते हुए एक स्टोरी जारी की, जिसमें विशेष रूप से सभी महिलाएं रैलियों में शामिल थीं.

बेलारूस में विरोध प्रदर्शन

राष्ट्रपति के विरोध में सड़कों पर बजाए बर्तन
बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के 35वें दिन महिलाओं की रैली में बर्तन बजाए गए और लुकाशेंको गद्दी छोड़ो के नारे लगाए गए. बेलारूस में पिछले पांच सप्ताह से लगातार लुकाशेंको के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है. प्रदर्शनकारी उनसे सत्ता छोड़ने की मांग कर रहे हैं.

सरकार विरोधी प्रदर्शन

बेलारूस में महिला विरोधी आंदोलन
समन्वय परिषद की महिला शाखा ने एक बयान में कहा कि बेलारूस में महिला विरोधी आंदोलन, महिलाओं की ताकत, साहस और राजनीतिक इच्छाशक्ति की बदौलत हो रहा है. आंदोलन के लिए बेलारूस के बाहर से कोई फंडिग नहीं लिया जा रहा.

वरिष्ठ कर्मचारी गिरफ्तार
बेलारूस में कुछ पांडाडॉक के वरिष्ठ कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था और धोखाधड़ी के आरोपों में आपराधिक उत्पीड़न का सामना किया गया था. जब सीईओ मिकिता मिकादो ने विपक्ष-विरोध के विरोध में समर्थन दिया था और कानून प्रवर्तन छोड़ने के लिए चुने गए अधिकारियों को सहायता की पेशकश की थी.

महिलाओं ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया

राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन
अलेक्जेंडर लुकाशेंको को छठे कार्यकाल के लिए फिर से चुना गया, जिसके बाद बेलारूसियन विपक्ष ने नौ अगस्त को राष्ट्रपति चुनाव के बाद बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू किया.

'स्वेतलाना तिखानोव्सया ने जीता चुनाव'
निर्वाचन अधिकारियों के अनुसार उन्होंने 80 फीसदी से अधिक वोट हासिल किए, लेकिन विपक्ष ने जोर देकर कहा कि विपक्ष के उम्मीदवार स्वेतलाना तिखानोव्सया ने चुनाव जीता.

महिलाओं ने खोला मोर्चा

6,700 से अधिक लोग हिरासत में लिए गए
अशांति के पहले कई दिनों के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर शिकंजा कसा, लेकिन तब से बल के अत्यधिक उपयोग पर रोक लग गई. विरोध के प्रारंभिक चरण के दौरान 6,700 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया था. बेलारूसी आंतरिक मंत्रालय के अनुसार उस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई और कई सौ अन्य लोग घायल हो गए, जिनमें 130 से अधिक सुरक्षा अधिकारी शामिल थे.

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समन्वय परिषद की स्थापना 14 अगस्त को सत्ता के शांतिपूर्ण परिवर्तन के लक्ष्य के साथ की गई थी.

इससे पहले भी अगस्त में बेलारूस की राजधानी मिन्स्क में करीब 200 महिलाओं ने सफेद लिबास में जोरदार प्रदर्शन किया था और चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था. रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव के खिलाफ बेलारूस में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं.

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