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लंदन के महापौर ने किया आगाह- जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कार्रवाई करने का रास्ता तेजी से हो रहा बंद

लंदन के महापौर विलियम रसेल ने मंगलवार को आगाह किया कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कार्रवाई करने का रास्ता तेजी से बंद हो रहा है. उन्होंने भारत-ब्रिटेन की साझेदारी को इस मुद्दे से निपटने का बड़ा अवसर बताया. पढ

लंदन के महापौर विलियम रसेल
लंदन के महापौर विलियम रसेल

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Published : Oct 5, 2021, 10:36 PM IST

लंदन :लंदन के महापौर ने मंगलवार को आगाह किया कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कार्रवाई करने का रास्ता तेजी से बंद हो रहा है. उन्होंने भारत-ब्रिटेन की साझेदारी को इस मुद्दे से निपटने का बड़ा अवसर बताया.

लंदन के महापौर विलियम रसेल (London Mayor William Russell) ने अगले महीने ग्लास्गो में आयोजित होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (कॉप-26) में पर्यावरण वित्त पोषण पर चर्चा में भारत से सक्रियता से भागीदारी का आह्वान किया. दुबई में 'वर्ल्ड एक्सपो' में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के जलवायु परिवर्तन विषय पर एक कार्यक्रम में महापौर ने कॉप-26 के आगामी 'ग्रीन हॉराइजन समिट' के लिए हितधारकों से पंजीकरण कराने को कहा. लंदन नगर निगम इस कार्यक्रम का आयोजन 'ग्रीन फाइनेंस इंस्टीट्यूट' के साथ मिलकर करेगा.

रसेल ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कार्रवाई करने का रास्ता तेजी से बंद हो रहा है. इसलिए वह कदम उठाने और इस साल कॉप-26 के जरिए कार्रवाई का आह्वान करते हैं. रसेल ने कहा, 'मेरा मानना ​​है कि समाधान का हिस्सा बनने और हमारे समाज के लिए एक टिकाऊ आधार बनाने का जज्बा है. ब्रिटेन और भारत बेहतरीन भागीदार हैं जो समय की कसौटी पर साबित हो चुका है.

रसेल ने कहा, मेरा मानना है कि अगर हम अपने सामने आने वाले अवसरों को स्वीकार करते हैं तो हम जलवायु परिवर्तन से निपट सकते हैं और एक ऐसी दुनिया का निर्माण कर सकते हैं जो आने वाली सदियों तक हमारा साथ देगी.

पढ़ें :जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई से भारत के लिए अरबों डॉलर के अवसर पैदा होंगे : रिपोर्ट

ग्रीन हॉराइजन समिट में दुनिया भर के वित्तीय और पेशेवर सेवा से जुड़े लोग एक मंच पर आकर शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने पर चर्चा करेंगे. इसमें भारत जैसी उभरती और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में निवेश कैसे जुटाया जाए, इस पर भी चर्चा होगी.

(पीटीआई-भाषा)

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