बर्लिन : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में जिस अल्कोहल युक्त कीटाणुनाशक के प्रयोग की सिफारिश की है, उसके कारगर होने की पुष्टि एक अध्ययन में हुई है.
जर्मनी की रूर बोचम विश्वविद्यालय (आरयूबी) के अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार फार्मेसियों द्वारा यह यौगिक आसानी से तैयार किए जा सकते हैं और बाजार में कीटाणुनाशक की कमी को दूर कर सकते हैं.
एमर्जिंग इंफेक्शियस डिजीज में अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने सार्स-कोविड-2 के वायरस को डब्ल्यूएचओ द्वारा बताए गए दो यौगिकों के सामने 30 सेकेंड तक रखा.
आरयूबी के स्टीफन फैंडर ने कहा, 'हाथ में लगाने वाले सैनिटाइजर के लिए तय समय-सीमा के आधार पर ही यह समय चुना गया.'