दिल्ली

delhi

पुतिन के सुधारों के एलान के बाद रूसी सरकार ने दिया इस्तीफा

By

Published : Jan 15, 2020, 7:15 PM IST

Updated : Jan 16, 2020, 11:03 AM IST

etvbharat
डिजाइन फोटो

19:15 January 15

रूस की सरकार ने दिया इस्तीफा

रूस के प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव और राष्ट्रपति पुतिन

मास्को : राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन द्वारा कई संवैधानिक सुधारों का एलान किये जाने के बाद रूस में सरकार ने एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में बुधवार को इस्तीफा दे दिया. राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री दमित्रि मेदवेदेव का इस्तीफा स्वीकार कर लिया.

इन संवैधानिक संशोधनों का मकसद ऐसा पद तैयार करना है जिससे राष्ट्रपति का कार्यकाल खत्म होने के बाद भी पुतिन रूस में महत्वपूर्ण पद पर बने रह सकते हैं.

मेदवेदेव का इस्तीफा
प्रधानमंत्री दमित्रि मेदवेदेव ने टीवी पर प्रसारित टिप्पणी में कहा कि वह अपने नेता द्वारा सरकार में प्रस्तावित बदलाव की रोशनी में इस्तीफा दे रहे हैं. 

मेदवेदेव को नया पद
पुतिन ने मेदवेदेव को उनके कार्यों के लिये धन्यवाद दिया और उन्हें राष्ट्रपति सुरक्षा परिषद का उप प्रमुख नियुक्त किया.

संविधान संशोधन से बढ़ेंगी शक्तियां
इससे पहले राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पुतिन ने संविधान में संशोधन के संकेत दिये जिससे सांसदों को प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्यों को नामित करने का अधिकार होगा. अभी इनकी नियुक्ति का अधिकार रूस के राष्ट्रपति के पास है. पुतिन ने शीर्ष अधिकारियों और सांसदों को संबोधित करते हुए कहा, 'इससे संसद और संसदीय दलों, प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्यों की शक्तियां व स्वतंत्रता बढ़ जाएगी.'

पीएम और मंत्रियों को बर्खास्त करने का अधिकार
इसी के साथ पुतिन ने दलील दी कि रूस स्थिर नहीं रहेगा अगर हम एक संसदीय प्रणाली के तहत शासित होंगे. राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री और मंत्रियों को बर्खास्त करने का अधिकार रखना चाहिए, जिससे शीर्ष रक्षा और सुरक्षा अधिकारियों को नामित किया जा सके और वह रूसी सैन्य व कानून प्रवर्तन एजेंसियों का प्रभारी होगा.

2024 में पूरा होगा पुतिन का कार्यकाल
पुतिन ने जोर दिया कि संवैधानिक बदलाव के लिये राष्ट्रव्यापी रायशुमारी होनी चाहिए. पुतिन का मौजूदा कार्यकाल 2024 में पूरा हो रहा है और रूस की राजनीति के शीर्ष लोग इस बात को लेकर कयास लगा रहे थे कि उनकी भविष्य की योजना क्या है.

बीस साल से सत्ता में
पुतिन (67) रूस में बीस साल से भी ज्यादा समय से शीर्ष नेतृत्व संभाल रहे हैं जो जोसफ स्टालिन को छोड़कर किसी भी दूसरे रूसी या सोवियत नेता के कार्यकाल से लंबा है. उन्हें मौजूदा कानून के तहत कार्यकाल पूरा होने के बाद पद छोड़ना पड़ता जो किसी भी राष्ट्रपति को लगातार दो कार्यकाल से ज्यादा पद पर बने रहने से रोकता है.

सीनेट को सौंपा गया ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही का प्रस्ताव

विपक्ष का पुतिन पर निशाना
रूस के सबसे प्रमुख विपक्षी नेता अलेक्सेई नवालेनी ने ट्वीट किया कि राष्ट्रपति का भाषण पुतिन के कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी महत्वपूर्ण पद पर बने रहने की इच्छा का संकेत देता है. नवालेनी ने आरोप लगाया, 'पुतिन और उनकी सरकार का एक मात्र लक्ष्य जीवन को अपने कब्जे में रखना, पूरे देश को अपनी संपत्ति समझना और धन को अपने व अपने दोस्तों के लिये रखना है.'

Last Updated : Jan 16, 2020, 11:03 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details