नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण के कारण भारत में अब तक लाखों लोगों की जान चली गई है, ऐसे में दुनिया भर के देश कोविड -19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में भारत की मदद कर रहे हैं.
दुनिया के मजबूत देशाें जैसे अमेरिका, ब्रिटेन और रूस के अलावा इटली, फ्रांस जर्मनी, आयरलैंड और मध्य पूर्वी देशों जैसे बहरीन, कुवैत भारत के साथ खड़े हैं.
जानकारी के मुताबिक, महामारी की दूसरी लहर के खिलाफ इस लड़ाई में भारत की सहायता के लिए दुनिया के 40 से अधिक देश आगे आए हैं. अमेरिका ने कच्चे माल के निर्यात से प्रतिबंध हटाकर भारत काे छह शिपमेंट्स भेजे हैं ताकि भारत कोविशिल्ड टीके आसानी से तैयार कर सके.
इससे पहले भी भारत सरकार के इशारे पर USAID ने भारत काे आवश्यक मेडिकल उपकरणाें की आपूर्ति की है. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि भारत सरकार ने महामारी से निपटने के लिए कई चीजाें की जरूरत बताई है, इसकी आपूर्ति के लिए कई फ्लाइट्स रवाना की गई हैं.
जानकारी के मुताबिक, 5 मई को 2.8 लाख से अधिक रैपिड टेस्टिंग किट और अन्य चिकित्सा आपूर्ति भारत पहुंची. इसके अलावा अमेरिका से रेमेडिसिविर की 81000 से अधिक शीशियों की एक खेप मुंबई पहुंच गई है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्विटर पर कहा, '2.8 लाख से अधिक रैपिड टेस्टिंग किट और अन्य मेडिकल उपकरणाें के भरा अमेरिकी विमान भारत पहुंचा. अमेरिका के सहयाेग की दिल से सराहना करते हैं. हम अपनी ऑक्सीजन क्षमताओं को और बढ़ावा देगा.'
इसमें यूनाइटेड किंगडम भी पीछे नहीं. संकट की इस घड़ी में भारत के भरोसेमंद साथी के रूप में सामने आया है. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स से लेकर वेंटिलेटर तक कहने का मतलब है इस महामारी की दूसरी लहर में भारत की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है.