जकार्ता: सेना ने बुधवार को बताया कि बाली द्वीप के करीब एक पनडुब्बी लापता हो गई है, जिसमें 53 लोग सवार थे और इंडोनेशियाई नौसेना तलाशी अभियान में जुटी है.
सेना प्रमुख हादी जाहजंतो ने कहा कि केआरआई नानग्गला 402 बुधवार को एक प्रशिक्षण अभियान में हिस्सा ले रही थी जब वह लापता हो गई.
उन्होंने कहा कि माना जा रहा है पनडुब्बी बाली के उत्तर में करीब 95 किलोमीटर दूर पानी में गायब हुई.
जाहजंतो ने कहा कि नौसेना ने इलाके में जलराशिक सर्वेक्षण जहाज समेत कई जहाजों को पनडुब्बी की तलाश में तैनात किया है, इसके अलावा सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया से भी मदद मांगी गई है जिनके पास पनडुब्बी सहायता पोत हैं.
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया कि नौसेना का मानना है कि पनडुब्बी समुद्र तल में 700 मीटर की गहराई में डूब गई है. अभी इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि पनडुब्बी क्यों लापता हुई.
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पनडुब्बी को गोता लगाने की मंजूरी दी गई थी और इसके बाद से उससे संपर्क नहीं हो पाया. उसने कहा कि एक हेलीकॉप्टर ने बाद में उस जगह तेल बिखरा पाया जहां पनडुब्बी को समुद्र में गोता लगाना शुरू करना था.
इसमें कहा गया कि पनडुब्बी में चालक दल के 49 सदस्य, उसके कमांडर और तीन गनर्स थे.
जर्मनी में निर्मित यह पनडुब्बी 1981 से इंडोनेशिया में सेवा में है. बृहस्पतिवार को होने वाले प्रक्षेपास्त्र दागने के एक अभ्यास के लिये आज तैयारी कर रही थी. इस अभ्यास में सेना प्रमुख व अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी शामिल होने वाले थे.
इंडोनेशियाई नौसेना के बेड़े में अभी पांच पनडुब्बी हैं और उसकी 2024 तक इनकी संख्या बढ़ाकर आठ करने की योजना है.
करीब 17000 द्वीपों के साथ इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा द्वीपसमूह देश है और हाल के वर्षों में उसे कई समुद्री चुनौतियों का सामना करना पड़ा जिनमें नातुना द्वीप के निकट कई चीनी पोतों से जुड़ी घटनाएं भी शामिल हैं.