जकार्ता : इंडोनेशिया कोविड-19 के मामलों में जबर्दस्त बढ़ोतरी होने के साथ ही टीकाकरण की धीमी गति की दोहरी मार झेल रहा है. टीकाकरण की धीमी शुरुआत के बाद अब देश ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगाने के लिए संघर्ष कर रहा है.
कोविड-19 के मामलों में विस्फोट होने से देश के स्वास्थ्य तंत्र पर दबाव बहुत बढ़ गया है, लेकिन अपर्याप्त वैश्विक आपूर्ति, विश्व के सबसे बड़े द्वीपसमूह राष्ट्र के जटिल भूगोल और कुछ इंडोनेशियाई नागरिकों को टीका लगाने में हिचकिचाहट टीकाकरण की सबसे बड़ी बाधाएं हैं.
ईद की छुट्टी के दौरान मई में पर्यटकों के आने और पहली बार भारत में मिले कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप के फैलने के कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या उनकी सीमा से अधिक हो गई है. पिछले दो हफ्ते में, सात दिनों के दैनिक मामलों का औसत 8,655 से बढ़कर 20,690 हो गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, यह संख्या भी कम बताई जा रही है.