दावोस : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र (संरा) और अमेरिका समेत अंतरराष्ट्रीय शक्तियों से, भारत के साथ तनाव कम करने में मदद का करने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि दोनों परमाणु हथियार रखने वाले देशों को उस स्थिति में पहुंचने से रोकने के लिए 'निश्चित रूप से कदम उठाने चाहिए' जहां से वापस नहीं लौटा जा सके.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यहां विश्व आर्थिक मंच की बैठक में शामिल होने आए खान ने दावा किया कि भारत संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और कश्मीर के मुद्दे को लेकर घरेलू प्रदर्शनों से ध्यान हटाने के लिये सीमा पर तनाव बढ़ा सकता है.
दावोस में मंच की वार्षिक बैठक से इतर अंतरराष्ट्रीय मीडिया परिषद को दिए एक साक्षात्कार में खान ने कहा, 'दो ऐसे परमाणु हथियार संपन्न देशों को संघर्ष के बारे में सोचना तक नहीं चाहिए.'
खान ने कहा कि इसके लिये संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका को निश्चित रूप से कदम उठाने चाहिए. इससे एक दिन पहले उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी जिन्होंने कश्मीर मामले में मदद की अपनी पेशकश फिर दोहराई.
खान ने यह मांग भी की कि भारत और पाक में नियंत्रण रेखा पर संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजीआईपी) को मंजूरी दी जाए.
भारत कहता रहा है कि जनवरी 1949 में बना यूएनएमओजीआईपी अपनी उपयोगिता खो चुका है और शिमला समझौते और उसके बाद नियंत्रण रेखा बनने से यह अप्रासंगिक हो चुका है.