नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर के सेक्टर 21a स्थित स्टेडियम में इस बार बड़े स्तर पर रामलीला का आयोजन किया जाएगा. रावण से लेकर मेघनाथ तक के पुतले की ऊंचाई अन्य वर्षों की तुलना में अधिक रखी गई है. साथ ही प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए रावण के पुतले को बनाने का काम किया जा रहा है.
रामलीला ग्राउंड में हर वर्ष की भांति इस बार भी रामलीला हो रहा है. जहां दशमी के दिन रावण का दहन किया जाएगा. हर वर्ष रावण के पुतले की ऊंचाई 65 फिर से कम रही है, पर इस बार रावण की ऊंचाई 75 फीट रखी गई है. वहीं, कुंभकरण 65 फीट और मेघनाथ के पुतले को 60 फीट ऊंचा रखा गया है. तीनों पुतलों को बनाने वाले सतीश ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि तमाम पहलुओं को ध्यान में रखकर पुतलों को बनाने का काम किया जा रहा है.
रामलीला में 75 फीट ऊंचा होगा रावण बारिश में पुतलों को किसी प्रकार की कोई हानि न पहुंचे इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. वहीं, प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए तीनों ही पुतलों में ग्रीन पटाखे लगाए जाएंगे ताकि प्रदूषण की समस्या का सामना लोगों को न करना पड़े. उन्होंने बताया कि करीब एक महीने का वक्त लगेगा तीनों ही पुतलों को बनाने में.
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पिछले कई सालों से रावण का पुतला बना रहे सतीश ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि इस बार हर वर्ष की तुलना में रावण काफी बड़ा बनाया जा रहा है. वहीं, मेघनाथ और कुंभकरण की भी ऊंचाई अधिक रखी गई है. ग्रीन पटाखों के साथ ही अन्य विशेष चीजें पुतलों में प्रयोग की जा रही है, ताकि प्रदूषण और बरसात से बचा जा सके. उन्होंने यह भी बताया कि तीनों ही पुतले ऐसे बनाए जा रहे हैं, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र रहेंगे.
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