नई दिल्ली/नोएडा:यूपी के शो विंडो नोएडा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही जारी है. 10 महीने की गर्भवती महिला को अस्पताल से वापस लौटा दिया गया है. गर्भवती महिला सुबह 11 बजे से ही अस्पताल के चक्कर काट रही थी. विधायक पंकज सिंह के हस्तक्षेप के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती किया गया. गर्भवती महिला के परिजनों ने अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर ने कहा कि गाजियाबाद से आए हो वहीं जाकर इलाज कराओ.
नोएडा: गर्भवती महिला को लेकर भटकते रहे परिजन, घंटों बाद MLA के दखल पर किया भर्ती
पीड़ित महिला के पति ने जिला अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो कहा कि खोड़ा से आए हो हम भर्ती नहीं करेंगे. हालांकि यह पूरा मामला जब नोएडा विधायक पंकज सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से अधिकारियों से बात की और उसके बाद गर्भवती महिला को भर्ती कर लिया गया.
भटकते रहे परिजन
गर्भवती महिला के पति राहुल ने जानकारी देते हुए बताया कि गर्भवती महिला को सुबह से ब्लीडिंग हो रही थी. जिला अस्पताल पहुंचे तो यहां पर भर्ती नहीं कर रहे थे, कैलाश हॉस्पिटल से अल्ट्रासाउंड के लिए बोला गया. अल्ट्रासाउंड कराने के बाद जब वापस सेक्टर 30 जिला अस्पताल पहुंचे तो वापस फिर लौटाने की बात कही गई.
पीड़ित महिला के पति ने जिला अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो कहा कि खोड़ा से आए हो हम भर्ती नहीं करेंगे. हालांकि यह पूरा मामला जब नोएडा विधायक पंकज सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से अधिकारियों से बात की और उसके बाद गर्भवती महिला को भर्ती कर लिया गया.
बता दें कुछ दिन पहले गाजियाबाद के खोड़ा की निवासी गर्भवती महिला नीलम की मौत हो गई थी. सरकारी अस्पतालों और प्राइवेट अस्पतालों ने गर्भवती महिला नीलम को कोरोना वायरस संदिग्ध मानते हुए लौटा दिया और किसी ने भर्ती नहीं किया. ऐसे में इलाज के अभाव में नीलम ने दम तोड़ दिया था. इस घटना के बावजूद सरकारी अस्पताल सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं और लापरवाही बदस्तूर जारी है.