नई दिल्ली/गुरुग्राम: 16 जनवरी से देश भर में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई. पहले चरण में हेल्थ केयर वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है. वहीं आम लोगों में ये भ्रम है कि वैक्सीन सही है या नहीं. इसी बीच शुक्रवार को गुरुग्राम में एक हेल्थ वर्कर राजवंती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. राजवंती ने भी 16 जनवरी को कोरोना वैक्सीन लगवाई थी.
दरअसल, भांगरौला पीएचसी में कार्यरत 56 वर्षीय महिला स्वास्थ्य कर्मचारी की शुक्रवार सुबह अचानक मौत हो गई.परिजनों ने आरोप लगाया है कि राजवंती की मौत कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद हुई है. हालांकि मौत के कारणों को पता करने के लिए महिला का बोर्ड के द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया है.
ये बोले परिजन
मृतक महिला के बेटे संचित की मानें तो महिला को किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी. संचित का शक कोरोना वैक्सीन पर है. संचित का कहना है कि उसकी मां को पहले से कोई भी बीमारी नहीं थी और अचानक ही उनकी मौत हो गई. संचित का कहना है कि 16 जनवरी को उनकी कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया था. शायद उस वजह से उनकी मौत हुई है.
स्वास्थ्य विभाग कर रहा रिपोर्ट का इंतजार
गुरुग्राम के चीफ मेडिकल ऑफिसर की मानें तो शहर में अभी तक कई लोगों का टीकाकरण हो चूका है. टीकाकरण के बाद 20 से 21 लोगों को हल्की परेशानी हुई है, लेकिन सभी स्वस्थ है. इस महिला की मौत अभी तक संदेह में है. हालाकिं रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले से पर्दा उठेगा.
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