नई दिल्ली/गाजियाबाद: पूर्व जनरल और विदेश राज्य मंत्री को टिकट के घमासान में आखिरकार फिर से मौका मिल गया है. वी.के.सिंह को पार्टी ने गाजियाबाद से लोकसभा प्रत्याशी बनाया है. उनके समर्थक खुशी से झूम रहे हैं. होली के दिन रात में पटाखे जलाकर कार्यकर्ताओं ने दिवाली मनाई.
गाजियाबाद के सांसद और विदेश राज्यमंत्री वी.के सिंह को फिर से बीजेपी ने लोकसभा का टिकट दिया है. उनके समर्थकों की खुशी का ठिकाना नहीं है. राजनगर स्थित उनके आवास पर सैकड़ों कार्यकर्ता उनसे मिलने पहुंचे और बधाई दी.
जैसे ही ये बात फाइनल हुई कि वी.के. सिंह फिर से लोकसभा का चुनाव गाजियाबाद से लड़ने जा रहे हैं. वैसे ही उनके समर्थक इकट्ठा होने लगे. घर के बाहर एक तरफ जहां आतिशबाजी हो रही थी तो जमीन से लेकर आसमान तक पटाखों की रोशनी नजर आ रही थी.
गाजियाबाद से वी.के.सिंह की टिकट पक्की, विरोधियों को दे रहे कुछ यूं जवाब उन्होंने कहा कि वह फौजी है और जात-पात की राजनीति पर विश्वास नहीं रखते हैं. वहीं उनकी बेटी मृणालिनी सिंह ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने इसलिए भरोसा किया क्योंकि जनता ने वीके सिंह पर भरोसा किया है.
हालांकि इस बीच वी.के.सिंह से ये भी पूछा गया कि पार्टी के ही कुछ कार्यकर्ता ही चाहते थे कि गाजियाबाद से स्थानीय उम्मीदवार का टिकट फाइनल हो. इस पर वीके सिंह ने कहा कि 98 फीसदी लोग उनके साथ हैं अगर 2 फीसदी लोग उनके खिलाफ थे तो उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
बता दें कि गाजियाबाद में सपा-बसपा के वर्तमान उम्मीदवार सुरेंद्र कुमार मुन्नी है तो वहीं कांग्रेस ने ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए डॉली शर्मा को टिकट दिया है. सबको इंतजार था कि बीजेपी किस कैंडिडेट को आगे लाती है. एक तरफ जहां बीजेपी के ही अंदरूनी लोग वीके सिंह के विरोध में खड़े थे तो वहीं एक बड़ा तबका यह भी चाहता था कि वीके सिंह को ही दोबारा टिकट मिले. देखना ये होगा कि चुनाव में जनता किसको अपना सांसद चुनती है.