नई दिल्ली/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहला चरण और 14 फरवरी को दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव होने हैं. पहले और दूसरे चरण के विधानसभा चुनावों से पहले तमाम राजनीतिक दलों का फोकस पश्चिमी उत्तर प्रदेश बना हुआ है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 130 से अधिक विधानसभा सीटें हैं. पश्चिम को साधने के लिए तमाम राजनीतिक पार्टियां ताकत झोंक रही हैं. सभी राजनीतिक दल अपने दिग्गज नेताओं को पश्चिम में चुनाव प्रचार में उतार रहे हैं.
गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह गाजियाबाद के लोनी विधानसभा पहुंचे. गृह मंत्री ने लोनी में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया. संबोधन में गृह मंत्री ने कहा कि 2022 का विधानसभा चुनाव किसी को विधायक या मंत्री बनाने का चुनाव नहीं है. 2022 का चुनाव उत्तर प्रदेश के माफियाओं को चुन-चुन के समाप्त करने का चुनाव है. यह चुनाव उत्तर प्रदेश को देश में सबसे विकसित राज्य बनाने का चुनाव है.
गाजियाबाद के लोनी में जनसभा को संबोधित करते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह. शाह ने कहा पश्चिम ने भाजपा की झोली वोटों से भर कर 2014, 2017 और 2019 में हमे आशीर्वाद दिया है. समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि कल अखिलेश यादव यहां आए और उनके गुंडों ने तांडव किया है. शाह ने कहा कि मैं कह कर जाता हूं कि आपे में रहिएगा यहां भाजपा की सरकार है. उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने पांच साल के अंदर माफियाओं को चुन चुन कर बाहर निकालने का काम किया है.
शाह ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में केवल तीन जगह पर माफिया दिखाई पड़ता है. उत्तर प्रदेश के बाहर, दूसरा जेल में और तीसरा समाजवादी पार्टी की प्रत्याशियों की सूची में. गृहमंत्री ने कहा उत्तर प्रदेश में सपा बसपा की सरकारें थी और केंद्र में कांग्रेस-सपा-बसपा की सरकारें थी. उसका उत्तर प्रदेश के विकास के लिए सोनिया-मनमोहन की सरकार ने 2013-14 में 66 हजार करोड़ भेजा था. इस बार के बजट में प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश को 66 हजार करोड़ से बढ़ाकर एक लाख 46 हज़ार 500 करोड़ रुपया भेजने का काम किया है.
अखिलेश को शाह की चेतावनी. अमित शाह ने कहा कि पिछली सरकारों में उत्तर प्रदेश में चौथे दिन एक दंगा होता था. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोग आज की नहीं भूले हैं किस तरह से एक वर्ग विशेष को खुश करने के लिए पश्चिमी युवाओं को जेल में डाल दिया गया. जो आरोपी थे उनको पीड़ित बनाया गया और जो पीड़ित से उनको आरोपी बनाकर जेल में डालने का काम समाजवादी पार्टी की सरकार ने किया था. उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद एक भी दंगा नहीं हुआ है जो कि प्रदेश में दंगा करने की किसी मजाल नहीं है.