नई दिल्ली/गाजियाबाद: मंदिरों में सभी देवी-देवताओं की मूर्तियों पर फूल चढ़ाने की परपंरा काफ़ी समय से चली आ रही है. माना जाता है कि देवताओं को फूल बहुत प्रिय होते हैं. भक्त मंदिर जाकर अपने भगवान को फूल या फूलों की मालाएं चढ़ाते हैं. इन्हें श्रद्धा सुमन कहा जाता है.
श्रद्धा सुमन के रूप में दिनभर श्रद्धालु न जाने कितनी तादाद में मंदिरों में फूल चढ़ाते हैं. अब तक ये फूल, चढ़ाए जाने के बाद खराब हो जाया करते थे या फिर इन्हें मिट्टी में दबा दिया जाता था. लेकिन गाजियाबाद के एक मंदिर में इन फूलों के सही इस्तेमाल की अनोखी तरकीब निकाली गई है. यहां मूर्तियों पर चढ़ाए गए फूलों से गैस बनाई जाती है और फिर इस गैस का इस्तेमाल प्रसाद बनाने में किया जाता है.
ये है गाजियाबाद के इंदिरापुरम में स्थित शिप्रा सनसिटी शिव मंदिर. यहां के पुजारी पंडित विनय मिश्रा ने इस तरकीब के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मूर्तियों पर चढ़ाए गए फूलों से बायोगैस प्लांट द्वारा खाद और गैस बनाई जाती है. फूलों से तैयार की गई खाद मंदिर के बगीचे में इस्तेमाल होती है और गैस का प्रयोग प्रसाद बनाने के लिए किया जाता है.