नई दिल्ली/गाजियाबादः मजबूरी किसे कहते हैं वो इस रिपोर्ट को देखकर आप समझ जाएंगे. भले ही सरकार दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को वापस लाने की कोशिश कर रही हो, लेकिन पलायन अभी भी जारी है. मजबूरी और पलायन की वजह भूख है. बिहार के रहने वाले मजदूर दिल्ली में फंसे हुए थे.
भूखे पेट पलायन को मजबूर हुए मजदूर, साइकिल जब्त कर पुलिस ने लौटाई
लॉकडाउन में पलायन करना मजदूरों को भारी पड़ गया. एक तरफ मजदूरों की साइकिल छिन गई और अब पैदल वापस लौटना पड़ा है. मजदूरों का कहना है कि पेट पालने का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हो पा रहा है.
जब खाने-पीने की व्यवस्था खत्म हो गई, तो पलायन पर मजबूर हो गए. मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन बढ़ता जा रहा है. जिसके चलते इन्हें साइकिल पर ही दिल्ली से बिहार की तरफ निकलना पड़ा. दिल्ली और गाजियाबाद की सीमा पर इन्हें पुलिस ने रोका, तो इन्होंने मजबूरी बताई तो पुलिस ने आगे जाने दिया.
इसी तरह ये गाजियाबाद को पार करते हुए बादलपुर पहुंच गए. बादलपुर में इन मजदूरों को पुलिस ने रोक लिया और साइकिल जब्त कर ली. पुलिस ने इनको खाना खिला कर वापस भेज दिया. ऐसे में इन्हें 45 किलोमीटर चलकर दिल्ली वापस जाना पड़ रहा है. रास्ते में इन्होंने अपनी व्यथा बताई.