नई दिल्ली:दिल्ली से सटे गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके में लगी आग के मामले में खुलासा हो गया है. कल रात लगी इस आग के बारे में कहा जा रहा था कि यहां उल्कापिंड गिरे हैं. इसके बाद दिन भर इलाके में लोगों का जमावड़ा लगा रहा. दूर-दूर से लोग इस जगह को देखने आने लगे, जिस जगह आग लगी थी, वहां पर राख के पत्थरों का ढेर लग गया था.
गाजियाबाद में जिसे लोग समझ रहे थे उल्कापिंड, उसकी सच्चाई आई सामने
जिन्हें पानी में डालने से बुलबुले निकल रहे थे. लेकिन दमकल विभाग ने शाम को बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि ये कोई उल्कापिंड नहीं है. बल्कि कैल्शियम कार्बाइड मटेरियल है, हालांकि मामले की जांच की जा रही है.
जिन्हें पानी में डालने से बुलबुले निकल रहे थे. लेकिन दमकल विभाग ने शाम को बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि ये कोई उल्कापिंड नहीं है. बल्कि कैल्शियम कार्बाइड मैटेरियल है, हालांकि मामले की जांच की जा रही है.
वेल्डिंग में काम आता है मैटेरियल
बताया जा रहा है कैल्शियम कार्बाइड नाम का यह मैटेरियल वेल्डिंग में काम आता है और पानी के संपर्क में आते ही यह आग पकड़ लेता है. जैसे ही बारिश हुई और वह इस मैटेरियल के संपर्क में आई, वैसे ही आग लग गई, यह मटेरियल इलाके में तीन जगह पड़ा हुआ था. जहां पर आग लगी, इसलिए लोगों को यह लगा, कि आसमान से कुछ बरस रहा है. क्योंकि आसमान से उस समय ओले भी गिर रहे थे.
शुक्रवार शाम भी लगी आग
गुरुवार के बाद शुक्रवार का दिन मौके पर लगी भीड़ के बीच निकल गया. इस बीच प्रशासन की टीम ने यहां से सैंपल भी लिए. लेकिन शाम होते होते शुक्रवार की शाम भी बारिश हुई और आग लग गई, जिससे लोगों में डर व्याप्त हो गया. हालांकि प्रशासन ने कहा है कि डरने की जरूरत नहीं है. लोगों को कहा गया है कि इस मैटेरियल के पास में ना जाएं.
दिल्ली से आए लोग
जैसे ही आग लगी, उसके बाद लोगों ने इसे उल्कापिंड का नाम दे दिया. सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो वायरल होने लगे. जिसके बाद दिल्ली तक से लोग इस जगह को देखने के लिए आने लगे. हालांकि कुछ जानकार लोगों ने पहले ही बता दिया था कि यह कोई उल्का पिंड नहीं है. लेकिन प्रशासन ने इस बात की पुष्टि शाम होते-होते की.