नई दिल्ली:गाज़ियाबाद के उदल नगर इलाके में रहने वाले जितेंद्र की 5 महीने की भतीजी रिया ने खेलते समय बालों में लगाने वाले क्लचर को निगल लिया. क्लचर तकरीबन पौन सेंटीमीटर का था. रिया की मां ने जब बच्ची को रोता-बिलखता हुआ देखा तो उसको गोद में लिया, लेकिन समझ नहीं पा रही थी कि आखिर बच्ची रो क्यों रही है. फिर उन्हें एहसास हुआ कि उसके गले में कुछ फंस गया है. उन्होंने तुरंत अपने परिवार वालों को बताया, जो बच्ची को आसपास के अस्पताल में लेकर दौड़े. शहर के कई नामचीन अस्पतालों ने बच्ची को दिल्ली लेकर जाने की बात कही लेकिन परिवार वाले डरे हुए थे. वह चाहते थे कि जल्द से जल्द उसके गले में जो फंसा हुआ है, वह निकल जाए क्योंकि सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी.
दर्द से छटपटा रही थी रिया
रिया के ताऊ जितेंद्र बताते हैं की बच्ची दर्द से छटपटा रही थी. हम सब घबराए हुए थे. कुछ समझ नहीं आ रहा था क्या करें. हमारे पास वक्त नहीं था, फिर किसी ने हमें बताया कि लोहिया नगर स्थित डॉक्टर संजय सैनी के यहां ले जाओ. हम बच्ची को डॉ सैनी के यहां लेकर भागे. उन्होंने बच्ची का एक्सरे करवाने को कहा. डॉक्टर ने कहा यह बहुत ही ज्यादा चुनौतीपूर्ण है. बच्ची को कुछ भी हो सकता है. हमें डॉक्टर पर भरोसा था और हमने उनसे कहा कि जो भी होता है, उसकी पूरी जिम्मेदारी हमारी होगी. आप बस ऑपरेशन करो. तकरीबन 25 मिनट की मशक्कत के बाद क्लचर निकाला गया. शाम में तकरीबन 7:00 बजे बच्ची ने क्लचर निगला था, जिसके बाद तकरीबन 9:00 बजे के आसपास उस क्लचर को बाहर निकाला गया. फिर बच्ची को दूध पिलाया और उसे सुकून मिला.
बेटी है देवी का रूप