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गाजियाबाद में किसानों और पुलिस के बीच झड़प, हिरासत में लिए गए कई किसान

गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी इलाके में भारतीय किसान यूनियन अंबावत और पुलिस के बीच संघर्ष देखने को मिली. पिछले कई दिनों से किसान मुआवजे को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. यूपीसीडा के अधिकारी सोमवार को संबंधित जमीन पर कब्जा लेने के लिए पहुंचे थे, जहां पर किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया.

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किसानों और पुलिस के बीच झड़प

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Published : Oct 10, 2022, 8:43 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : किसानों और पुलिस के बीच हुई नोकझोंक के बाद घमासान मच गया. गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी इलाके में किसानों के बढ़ते प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने बल प्रयोग किया और कई किसानों को हिरासत में लिया गया है. मामला मुआवजे से जुड़ा है. किसानों का आरोप है कि उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिला है. यूपीसीडा के अधिकारी संबंधित जमीन पर कब्जा लेने के लिए पहुंचे थे, जहां पर किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया. किसानों पर आरोप है कि उन्होंने जेसीबी का शीशा भी तोड़ने की कोशिश की.

दरअसल, यूपीसीडा ने कुछ समय पहले जमीन का अधिग्रहण किया था, जिसका मुआवजा दिया गया था. उससे किसान संतुष्ट नहीं थे, लेकिन यूपीसीडा के अधिकारियों की तरफ से जमीन पर आधिकारिक तौर पर कब्जा किया जा रहा था. इस पर किसान भड़क गए और उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया. किसान सैकड़ों की संख्या में आ गए, जिसके बाद पुलिस को एक्शन लेना पड़ा.

मौके पर पहुंची पुलिस ने किसानों को समझाया, लेकिन वह नहीं माने. ऐसे में पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा और कई किसानों को हिरासत में लिया गया है. इस मौके के कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें किसानों और पुलिस के बीच में झड़प देखा गया.

किसानों और पुलिस के बीच झड़प
किसानों का कहना है कि करीब 20 किसानों को हिरासत में लिया गया है. उग्र किसान जैसी ही जेसीबी की तरफ आगे बढ़े, वैसे ही पुलिस ने बल का प्रयोग किया. मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. यूपीसीडा की यह जमीन ट्रॉनिका सिटी के गांव आलियाबाद में है. घटनास्थल से थोड़ी ही दूरी पर किसानों ने अपना टेंट लगा लिया है. जहां वह प्रदर्शन कर रहे थे.
गाजियाबाद में किसानों का प्रदर्शन

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मौके पर पहुंचे लोनी के एसडीएम का कहना है कि 2010 में किसानों से लगभग 94 हेक्टेयर भूमि क्रय की गई थी, जिसका मुआवजा दिया जा चुका है. उस समय किसी कारण से कब्जा नहीं लिया जा सका था. आज जैसे ही कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू की वैसे किसानों ने अपनी मांग शुरू कर दी.

उन्होंने बताया कि किसानों की मांग मुआवजे की नहीं थी. बल्कि किसानों की मांग थी कि विकास नहीं हो रहा है और उनके परिवार के सदस्यों को नौकरी मिलनी चाहिए. एसडीएम ने कहा कि जैसे ही जमीन पर कब्जा होकर उसे विकसित किया जाएगा, वैसे ही किसानों की समस्याओं का हल हो सकेगा. उन्होंने कहा कि किसानों से समझौते की हर शर्त को माना जाएगा.

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