नई दिल्ली/ग़ाज़ियाबाद : 1990 के दशक में आमिर ख़ान की आई फ़िल्म राजा हिंदुस्तानी में राह चढ़ती जवानी में मुसाफिर के हमसफर बनने के किस्से को हकीकत में बदलते दिखाया था. कुछ ऐसी ही कहानी ग़ाज़ियाबाद में ऑटो चलाने वाले एक ड्राइवर की है, लेकिन रास्ते का प्यार परवान कम ही चढ़ता है. लिहाजा इस इश्क का अंंजाम भी कुछ ऐसा ही हुआ. लेकिन उसके बाद जो हुआ, उसने आशिक को कातिल बना दिया.
दरअसल एक ऑटो ड्राइवर को दिल्ली से आने वाली अपनी सवारी से एक तरफा प्यार हो गया. एक दिन उसने अपने प्यार का इंजहार लड़की से कर दिया. लेकिन लड़की ने उसका प्यार कबूल नहीं किया. फिर क्या था, चोट खाया आशिक इंमतकाम की आग में जलने लगा. फिर दूसरे दिन उसने अपनी महबूबा को मौत के घाट उतार दिया. लोनी बॉर्डर इलाके के हनुमान वाटिका में 19 तारीख को पुलिस को एक युवती लहूलुहान हालत में मिली थी. पुलिस ने उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान अगले दिन उसकी मौत हो गई. मृतक युवती की पहचान लोनी बॉर्डर इलाके के बेहटा, हाजीपुर निवासी के रूप में हुई.
पुलिस ने मामले में छानबीन शुरू की तो ऑटो ड्राइवर के बारे में पता चला. पुलिस ने रविवार को बंटी नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लियाय आरोप है कि बुलंदशहर निवासी बंटी ने युवती की चाकू घोंपकर हत्या कर दी. पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने एक तरफा प्यार के चलते उसकी हत्या की. ऑटो ड्राइवर ने युवती से शादी की पेशकश की, लेकिन उसने इंकार कर दिया. जिसके बाद गुस्से में ऑटो ड्राइवर ने चाकू घोंपकर उसकी हत्या कर दी.