नई दिल्ली/पलवल: प्रवासी मजदूरों का पलायान रोकने के लिए हरियाणा सरकार की ओर से कई राहत शिविर कैंप लगाए गए हैं. अगर बात पलवल की करें तो जिले में करीब 26 रिलीफ कैंप सरकार की ओर से चलाए जा रहे हैं. जहां प्रवासियों को पेयजल, खाना, दवाइयां वितरित की जा रही हैं ताकि इन लोगों को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो सके.
पलवल: रिलीफ कैंप में सुविधाएं मिलने के बाद भी घर जाना चाहते हैं प्रवासी
हरियाणा सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों के लिए रिलीफ कैंप बनाए गए हैं, ताकि पलायन को रोका जा सके, लेकिन रिलीफ कैंप में सुविधाएं मिलने के बाद भी प्रवासी वापस अपने गांव जाना चाहते हैं.
भले ही सरकार की ओर बनाए गए रिलीफ कैंप में प्रवासियों को सुविधाएं मिल रही हैं, फिर भी ये लोग वापस अपने गांव जाना चाहते हैं. एक प्रवासी महिला ने बताया कि वो रिलीफ कैंप में नहीं रहना चाहती है. वो अपने बच्चों के पास जाना चाहती है. वहीं हिमाचल से चलकर हरियाणा पहुंचे मध्यप्रदेश के एक युवक ने कहा कि भले ही सरकार ओर से उन्हें रिलीफ कैंप में कितनी भी सुविधा क्यों ना मिल जाए. वो फिर भी अपने घर जाना चाहता है. युवक ने कहा कि सरकार को ऐसे लोगों का जाने देना चाहिए, जिनके घर में कोई जरूरी काम है. ऐसे में सरकार को लोगों को जबरन रिलीफ कैंप में नहीं रोकना चाहिए.
गौरतलब है कि हरियाणा में लगातार कोरोना के मरीज की संख्या बढ़ती जा रही है. हरियाणा में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 29 हो गई है. सबसे ताजा मामला सिरसा से सामने आया है. जहां एक महिला और उसके दो बच्चों में कोरोना की पुष्टि हुई है. मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा 10 गुरुग्राम में हैं. हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम में मरीजों की संख्या को देखते हुए गुरुग्राम के सभी बॉर्डर सील कर दिए हैं.