नई दिल्ली/ नूंह: भारतीय संसद से पास और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद कैब अब कानून बन चुका है. इस कानून के बनते ही देशभर में विरोध शुरू हो गया. इस विरोध की चिंगारी जामियां में भी पहुंची. जामिया के छात्रों ने इस नागरिकता कानून का जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया. इस लाठीचार्ज में कई छात्रों के घायल होने की खबर है.
जामिया के समर्थन में मेवात में विरोध-प्रदर्शन
जामिया विश्वविद्यालय में पुलिस के रवैये के खिलाफ मेवात में लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. इसके अलावा सीएबी और एनआरसी बिल के खिलाफ भी लोगों में नाराजगी देखने को मिली. लोगों ने कहा कि ये प्रदर्शन सिर्फ नूंह में ही नहीं होंगे. अगर जरूरत पड़ी तो लाखों मेवाती दिल्ली के लिए भी कूच करने से पीछे नहीं हटेंगे.
मेवात दिवस को गम को रूप में मनाएंगे मेवाती
मेवात विकास सभा के प्रधान सलामुद्दीन एडवोकेट मेवाती ने कहा कि आगामी मेवात दिवस को हम खुशी के रूप में नहीं बल्कि इस बार गम के रूप में मनाएंगे. आपको बता दें कि 19 दिसंबर 1947 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने मेवात के लोगों को आजादी के समय पाकिस्तान जाने से रोका था. इस दिन को मेवात के लोग उसी समय से खुशी से मनाते आए है. लेकिन इस बार सीएबी तथा एनआरसी बिल के साथ-साथ जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों पर जिस कदर जुल्म ढाए गए. उससे इलाके के लोग खासा नाराज है.