दिल्ली

delhi

ETV Bharat / business

Commerce Secretary: भारत उन देशों के साथ रुपये में व्यापार करने के लिए तैयार है जहां डॉलर की कमी है: वाणिज्य सचिव

वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) 2023 पेश किए जाने के मौके पर भारतीय मुद्रा को लेकर बड़ी बात कही.

By

Published : Mar 31, 2023, 1:15 PM IST

India ready to trade in rupee with countries that are short of dollars: Commerce Secretary
भारत उन देशों के साथ रुपये में व्यापार करने के लिए तैयार है जहां डॉलर की कमी है: वाणिज्य सचिव

नयी दिल्ली: वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने शुक्रवार को कहा कि भारत रुपये में उन देशों के साथ व्यापार करने को तैयार है जो मुद्रा की विफलता या डॉलर की कमी का सामना कर रहे हैं. वाणिज्य सचिव विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) 2023 पेश किए जाने के अवसर पर बोल रहे थे. इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि सरकार रुपया भुगतान प्रणाली को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.

सरकार ने शुक्रवार को विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) 2023 पेश की जिसका उद्देश्य प्रोत्साहन के बजाए छूट और पात्रता आधारित व्यवस्था को अपनाने के जरिए देश के निर्यात को 2030 तक 2000 अरब डॉलर तक पहुंचाना है. विदेश व्यापार महानिदेशक (डीजीएफटी) संतोष सारंगी ने एफटीपी 2023 के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि परंपरागत रूप से पंचवर्षीय विदेश व्यापार नीति की घोषणा की जाती रही है लेकिन इस हालिया नीति की कोई समाप्ति तिथि नहीं है और इसे जरूरत के मुताबिक अद्यतन किया जाता रहेगा.

इससे पहले, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एफटीपी 2023 से पर्दा हटाया. यह एक अप्रैल, 2023 से प्रभाव में आएगी. डीजीएफटी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की समाप्ति तक भारत का कुल निर्यात 760-770 अरब डॉलर तक रह सकता है जो 2021-22 में 676 अरब डॉलर था. पिछली नीति पांच साल की अवधि के लिए एक अप्रैल, 2015 से प्रभाव में आई थी, लेकिन कोरोना वायरस महामारी फैलने की वजह से इसे कई बार विस्तार दिया गया. अंतिम बार इसे सितंबर 2022 में 31 मार्च, 2023 तक के लिए विस्तार दिया गया था.

ये भी पढ़ें- Share market update : मजबूत वैश्विक रुझानों का असर, सेंसेक्स- निफ्टी एक फीसदी से अधिक चढ़े

नई एफटीपी में निर्यात उत्कृष्ट शहरों (टीईई) में चार नए शहरों को शामिल किया गया है जिनमें फरीदाबाद, मुरादाबाद, मिर्जापुर और वाराणसी हैं. ये पहले से मौजूदा 39 टीईई के इतर हैं. एफटीपी 2023 से ई-वाणिज्य निर्यात को भी बढ़ावा मिलेगा और इसके 2030 तक बढ़कर 200-300 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. इसके अलावा, इसमें कूरियर सेवाओं के माध्यम से निर्यात के लिए मूल्य सीमा 5 लाख रुपये प्रति खेप से बढ़ाकर 10 लाख रुपये की जा रही है. नई एफटीपी का लक्ष्य भारतीय रुपये को वैश्विक मुद्रा बनाने और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में घरेलू मुद्रा को बढ़ावा देने का है.

(पीटीआई-भाषा)

ABOUT THE AUTHOR

...view details