बीजिंग : चीनी वाणिज्य मंत्रालय द्वारा 18 जनवरी को जारी आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2022 में चीन में विदेशी पूंजी का वास्तविक उपयोग 12 खरब 32 अरब 68 करोड़ युआन रहा. जो पिछले वर्ष की तुलना में 6.3 प्रतिशत अधिक है. विनिर्माण उद्योग में विदेशी पूंजी का वास्तविक उपयोग 3 खरब 23 अरब 70 करोड़ युआन रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 46.1 प्रतिशत अधिक है. हाई-टेक सेक्टर में इस्तेमाल होने वाली विदेशी पूंजी में साल 2021 से 28.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पूंजी निवेश के ढांचे में लगातार सुधार हो रहा है.
वहीं अन्य देशों की बात करें तो दक्षिण कोरिया में 64.2 प्रतिशत, जर्मनी में 52.9 प्रतिशत और ब्रिटेन से 40.7 प्रतिशत पूंजी प्रवाह पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ा है. इसके साथ ही चीन में यूरोपीय संघ ने 92.2 फीसदी निवेश किया है. बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव में शामिल देशों ने 17.2 फीसदी और आसियान द्वारा 7.8 फीसदी का निवेश किया गया है. प्रमुख रुप से निवेश करने वाले देशों में व्यापक वृद्धि देखी गयी है.
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग चीन ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में योगदान देने की उम्मीद जताई
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वनपिन ने प्रेस वार्ता में विश्वास जताया कि चीन में कोरोना के नियंत्रण का नये चरण में पहुंचने के बाद वर्ष 2023 में चीनी अर्थव्यवस्था में जरूर सुधार आएगा. जो विश्व अर्थव्यवस्था के लिए अधिक बड़ा योगदान देगी. उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 2022 में कोविड महामारी और विश्व आर्थिक मंदी के बीच चीन ने कोरोना पर काबू पाया है. चीन ने आर्थिक और सामाजिक विकास में तालमेल बैठाया है. अप्रत्याशित तत्वों के प्रहार का कारगर निपटारा किया है और समग्र आर्थिक स्थिति स्थिर बनाया है.
चीन का आर्थिक आकार और प्रति व्यक्ति का स्तर निरंतर अच्छा हो रहा है. वांग वनपिन ने कहा कि यह उपलब्धि हासिल करना आसान नहीं है. इससे जाहिर है कि चीनी अर्थव्यवस्था का मजबूत लचीलापन, अपार संभावनाएं और जीवंत शक्ति है. दीर्घकाल तक अच्छे होने की बुनियादी स्थिति नहीं बदली है.
(आईएएनएस)
पढ़ें :India China Trade Relations : सीमा पर तनाव, फिर भी फल-फूल रहा भारत-चीन का कारोबार