नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) को तीन लाख करोड़ रुपये की आपात ऋण सुविधा गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) के तहत नौ जून तक कुल 12,200.65 करोड़ रुपये का ऋण दिया है.
वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन से एमएसएमई क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
ये भी पढ़ें-फ्रेशर-लेवल से लेकर 25 साल की उम्र तक के लगभग 24.3 फीसदी लोग बेरोजगार: सर्वे
मंत्रालय ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैकों ने एक जून से एमएसएमई क्षेत्र को 100 प्रतिशत ईसीएलजीएस के तहत 24,260.65 करोड़ रुपये का ऋण मंजूर किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले महीने आत्म-निर्भर भारत अभियान के तहत 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी. एमएसएमई क्षेत्र को ऋण भी इसी पैकेज का हिस्सा है.
वित्त मंत्री सीतारमण ने ट्वीट किया, "नौ जून, 2020 तक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने 100 प्रतिशत आपात ऋण सुविधा गारंटी योजना के तहत 24,260.65 करोड़ रुपये का कर्ज मंजूर किया है. इसमें से 12,200.65 करोड़ रुपये का कर्ज दिया जा चुका है."