भारत और अफ्रीकी देश 'मुक्त व्यापार करार' की संभावनायें तलाशें: प्रभु
भारत और अफ्रीकी देशों के बीच व्यापार 62 अरब डॉलर का है. भारत मुख्य रूप से अफ्रीकी देशों को फार्मास्युटिकल्स, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का निर्यात करता है और वहां से प्राकृतिक संसाधनों तथा हीरों का आयात करता है.
नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि भारत और अफ्रीकी देशों को मुक्त व्यापार करार (एफटीए) या तरजीही व्यापार करार के लिए संभावनाएं तलाशनी चाहिए.
प्रभु ने रविवार शाम को यहां एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष के अंत यानी 31 मार्च के अंत तक देश का सेवाओं और वस्तुओं का निर्यात 540 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाएगा. यह इसकी मजबूत आर्थिक बुनियाद को दर्शाता है.
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उन्होंने कहा, "अफ्रीका और भारत के बीच मुक्त व्यापार करार पर विचार होना चाहिए. हम तरजीही व्यापार करार के बारे में सोच सकते हैं. इसका बुनियादी सिद्धान्त यह होगा कि कैसे पहले इसका लाभ अफ्रीका को मिले और उसके बाद भारत को."
भारत और अफ्रीकी देशों के बीच व्यापार 62 अरब डॉलर का है. भारत मुख्य रूप से अफ्रीकी देशों को फार्मास्युटिकल्स, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का निर्यात करता है और वहां से प्राकृतिक संसाधनों तथा हीरों का आयात करता है.
मंत्री ने कहा कि भारत को बीते वित्त वर्ष में रिकॉर्ड प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) हासिल हुआ है. दूसरे देशों को भी भारत का निवेश बढ़ रहा है. वाणिज्य सचिव अनूप वाधवन ने कहा कि व्यापार संतुलन अफ्रीका के पक्ष में है. 2017-18 में भारत का अफ्रीकी देशों को निर्यात 24 अरब डॉलर और वहां से आयात 38 अरब डॉलर रहा.
(भाषा)