नई दिल्ली: मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी. सुब्रमण्यन का कहना है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था में 23.9 प्रतिशत की गिरावट का मुख्य कारण कोविड-19 संक्रमण रोकने के लिए लगाया गया कड़ा लॉकडाउन है.
उल्लेखनीय है कि सोमवार को सरकार ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की तीसरी तिमाही वृद्धि दर के आंकड़े जारी किए हैं जिसमें कृषि को छोड़ कर बाकी सभी क्षेत्रों में भारी गिरावट दर्ज की गयी है.
उन्होंने कहा कि आने वाली तिमाहियों में देश बेहतर प्रदर्शन करेगा. कई क्षेत्रों में वी आकार (ग्राफ चार्ट पर अंग्रेजी के वी अक्षर भांति) का तेज सुधार देखा जा रहा है.
ये भी पढ़ें-जीडीपी डेटा: कृषि में राहत; निर्माण, व्यापार, यात्रा और होटल बुरी तरह प्रभावित
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक कोविड-19 संकट से प्रभावित देश की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 23.9 प्रतिशत गिरी है. यह अब तक की सबसे बड़ी तिमाही गिरावट है. जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर 5.2 प्रतिशत थी.
सुब्रमण्यन ने कहा कि बिजली उपभोग और रेल मालवहन जैसे संकेत दिखा रहे हैं कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार हो रहा है.
उन्होंने कहा, "कड़े लॉकडाउन के बाद यह जीडीपी आंकड़े उम्मीद के अनुरूप हैं. महत्वपूर्ण बात यह है कि अनलॉक (लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया) की घोषणा के बाद से देश की अर्थव्यवस्था में वी आकार का सुधार देखा जा रहा है."