लंदन : विश्व के सबसे बड़े इस्पात निर्माता आर्सेलर मित्तल के संयुक्त उद्यम निप्पन स्टील एंड सुमितोमो मेटल कॉरपोरेशन (एनएसएसएमसी) के जरिए एस्सार स्टील इंडिया लिमिटेड (ईएसआईएल) के ऋण शोधन अक्षमता प्रक्रिया के तहत अधिग्रहण के प्रस्ताव को कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) ने मंजूरी दे दी थी. यह मामला अभी राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के पास लंबित है.
एस्सार स्टील अधिग्रहण में अधिक पूंजी व्यय का जोखिम : मित्तल
दिग्गज इस्पात कंपनी आर्सेलर मित्तल ने कहा है कि वह कर्ज में डूबी एस्सार स्टील इंडिया के अधिग्रहण के मद्देनजर जरूरत से ज्यादा पूंजीगत खर्च और वाणिज्यिक लक्ष्यों की पूर्ति में देरी सहित विभिन्न जोखिमों पर नजर दिकाये हुये है.
आर्सेलर मित्तल ने सोमवार को जारी अपनी सालाना रपट में कहा है, "मौजूदा उम्मीदों के मुताबिक अगर समाधान को लागू किया जाता है, तो इसमें आर्सेलर मित्तल विभिन्न जोखिमों पर नजर रखेगी. परिचालन के मोर्चे पर ईएसआईएल में बदलाव और परिचालन को लाभ में लाना बड़े स्तर की महत्वाकांक्षी परियोजना है."
उसने कहा है कि 'परिस्थितियों में बदलाव का उसे खासा अनुभव है' लेकिन इस बार इसका स्तर काफी बड़ा है और यह कंपनी का पहला सबसे बड़े स्तर का अधिग्रहण है. कंपनी ने कहा, "इसलिए बजट से अधिक पूंजी व्यय, देरी और वाणिज्यिक लक्ष्यों की पूर्ति में कठिनाई को दरकिनार नहीं किया जा सकता है."
(भाषा)
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