नई दिल्ली/मुंबई: विमानन नियामक, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मंगलवार को कहा कि जेट एयरवेज के पास उड़ान के लिए केवल 41 विमान ही है और इसके इस बेड़े के आकार में और अधिक कमी हो सकती है. डीजीसीए ने यहां जेट एयरवेज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद यह जानकारी दी.
डीजीसीए के एक बयान के मुताबिक, "डीजीसीए ने संचालन, उड़ान योग्यता, यात्रियों की सुविधा पर जेट एयरवेज के संचालन की समीक्षा की."
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बयान के मुताबिक, "बेड़े में यात्रा संचालन के लिए विमानों की मौजूदा उपलब्धता 41 है और इसी वजह से 603 घरेलू उड़ानों और 382 अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. हालांकि यह एक स्थिर स्थिति नहीं है और आने वाले दिनों में स्थिति और विकट हो सकती है."
बयान के अनुसार, डीजीसीए ने विमानन कंपनी को नागर विमानन नियमों (सीएआर) के प्रावधानों का पालन करने के लिए कहा है, जिसके अंतर्गत यात्रियों को समय पर सूचित करना, मुआवजा देना, रिफंड और जरूरत पड़ने पर वैकल्पिक उड़ान मुहैया कराना है.
बयान के अनुसार, "डीजीसीए यह सुनिश्चित कर रहा है कि बेड़े में मौजूद सारे विमान, चाहे वह संचालित हो रहे हो या खड़े हों, उसका रखरखाव स्वीकृत रखरखाव कार्यक्रमों (एएमपी) के तहत हो."