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चीन के बाजार में अपने कृषि और दुग्ध उत्पादों के लिए अधिक जगह चाहता है भारत

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Published : May 9, 2019, 10:58 PM IST

वाणिज्य सचिव अनूप वाधवान तथा जीएसीसी के उप मंत्री ली गुओ के बीच बृहस्पतिवार को यहां हुई बैठक में इन मुद्दों पर विचार विमर्श हुआ. भारत ने चीन को सूचित किया है कि वह कई वर्षों से 70 देशों को बिना ग्लैंड और बिना हड्डी वाले फ्रोजन मांस का निर्यात कर रहा है.

चीन के बाजार में अपने कृषि और दुग्ध उत्पादों के लिए अधिक जगह चाहता है भारत

नई दिल्ली:भारत ने चीन से कहा है कि वह अपने बाजारों में उसके कृषि और पशुपालन उद्योग से जुड़े उत्पादों को अधिक बाजार पहुंच उपलब्ध कराए. एक अधिकारी ने कहा कि भारत का मानना है कि इससे उसका चीन के साथ व्यापार घाटा कम हो सकेगा.

बीफ(भैंस का मांस), दूध और दुग्ध उत्पादों से संबंधित आवश्यक दस्तावेज चीन के सामान्य सीमाशुल्क प्रशासन (जीएससीसी) के पास जमा कराए गए हैं. चीने मुंहपका और खुरपका बीमारियों की आशंका की वजह से भारत से बीफ के आयात को अनुमति नहीं देता है.

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वाणिज्य सचिव अनूप वाधवान तथा जीएसीसी के उप मंत्री ली गुओ के बीच बृहस्पतिवार को यहां हुई बैठक में इन मुद्दों पर विचार विमर्श हुआ. भारत ने चीन को सूचित किया है कि वह कई वर्षों से 70 देशों को बिना ग्लैंड और बिना हड्डी वाले फ्रोजन मांस का निर्यात कर रहा है. अधिकारी ने बताया कि चीन ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर गौर करेगा.

बैठक में चीन ने भारत से उसके डेयरी उत्पादों मसलन चॉकलेट और कैंडीज, सेब, नाशपति और गेंदे को अधिक बाजार पहुंच उपलब्ध कराने को कहा. भारत ने सितंबर, 2008 से चीन से चॉकलेट, चॉकलेट उत्पाद, कैंडीज आदि के आयात पर प्रतिबंध लगाया हुआ है.

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