नई दिल्ली: नई सरकार की योजना 17वीं लोकसभा के पहले सत्र में 10 अध्यादेशों को कानून में बदलने की है. इन अध्यादेशों में तीन तलाक पर रोक संबंधी अध्यादेश भी शामिल है. आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
ये अध्यादेश फरवरी-मार्च में जारी किए गए थे लेकिन पिछली सरकार 16वीं लोकसभा के आखिरी सत्र में उन्हें संसद से पारित कानून में नहीं बदल सकी. फिर से निर्वाचित होने के बाद सत्ता में आयी नरेंद्र मोदी सरकार ने उन प्रस्तावित कानूनों पर फिर से जोर देने का फैसला किया है.
पहले सत्र में 10 अध्यादेशों को कानून में बदलने की तैयारी में मोदी सरकार
ये अध्यादेश फरवरी-मार्च में जारी किए गए थे लेकिन पिछली सरकार 16वीं लोकसभा के आखिरी सत्र में उन्हें संसद से पारित कानून में नहीं बदल सकी. फिर से निर्वाचित होने के बाद सत्ता में आयी नरेंद्र मोदी सरकार ने उन प्रस्तावित कानूनों पर फिर से जोर देने का फैसला किया है.
पहले सत्र में 10 अध्यादेशों को कानून में बदलने की तैयारी में मोदी सरकार
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इन अध्यादेशों को सत्र शुरू होने के 45 दिनों के अंदर कानून में बदलना होगा, अन्यथा उनकी अवधि समाप्त हो जाएगी.
व्यापारिक नजर से होने वाले संशोधनों पर एक नजर:-
- कंपनी (संशोधन) अध्यादेश
- आधार और अन्य कानून (संशोधन) अध्यादेश
- विशेष आर्थिक क्षेत्र (संशोधन) अध्यादेश
- नयी दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र अध्यादेश