नई दिल्ली: उद्योग संगठन फिक्की ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने मरीजों तथा पूरे समाज के भय को दूर करने के लिये निजी अस्पतालों में कोरोना वायरस महामारी के मरीजों के उपचार के लिये तर्कसंगत लागत की रूपरेखा का सुझाव दिया है.
फिक्की ने एक बयान में कहा कि देश के शीर्ष अस्पतालों के प्रतिनिधियों की भागीदारी से तैयार 'फिक्की कोविड-19 रिस्पांस टास्क फोर्स' ने तर्कसंगत खर्च का प्रारूप तैयार किया है.
इसके तहत कहा गया है कि जो मरीज अपने उपचार का खर्च स्वयं वहन कर रहे हैं, उन्हें आइसोलेशन वार्ड में उपचार के लिये प्रति दिन 17 हजार रुपये का भुगतान करना चाहिये. टास्क फोर्स ने इसके अलावा वेंटिलेटर से लैस आईसीयू में उपचार के लिये प्रति दिन 45 हजार रुपये के भुगतान का सुझाव दिया है.
फिक्की ने बयान में कहा कि सुझायी गयी दरों में दवा व मूल जांच आदि का खर्च शामिल है, लेकिन व्यक्तिगत सुरक्षा परिधान (पीपीई) व अन्य महंगी दवाओं का खर्च इससे अतिरिक्त होगा. संगठन ने कहा कि ये दरें सिर्फ सांकेतिक हैं और अलग-अलग मामलों के हिसाब से ये पांच-दस प्रतिशत ऊपर-नीचे रह सकती हैं.