नई दिल्ली: केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों ने मंगलवार को आयकर अधिकारियों को आश्वासन दिया कि पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई घोषणा और फेसलेस अपील के बाद बड़े पैमाने पर स्थानांतरण या छंटनी नहीं होगी.
मामले से परिचित लोगों के अनुसार सीबीडीटी के अध्यक्ष पीसी मोदी और बोर्ड के शीर्ष सदस्यों ने टैक्स अधिकारियों के साथ एक वर्चुअल मीटिंग की और विभाग की मौजूदा जनशक्ति के पुनर्गठन के बारे में आशंका और गलतफहमी को दूर किया.
वर्चुअल मीटिंग में सीबीडीटी के अध्यक्ष पीसी मोदी ने फेसलेस असेसमेंट स्कीम और करदाताओं के चार्टर के विवरण और पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला और विभाग की जनशक्ति के पुनर्गठन के पहलुओं के बारे में बताया.
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भारत के पुरातन कर प्रणाली के एक साहसिक सुधार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते 13 अगस्त से आयकर रिटर्न के फेसलेस असेसमेंट के राष्ट्रव्यापी लॉन्च की घोषणा की थी. बता दें कि इस वर्ष 25 सितंबर से फेसलेस असेसमेंट लागू की जाएगी.
फेसलेस असेसमेंट प्रणाली के तहत एक कंप्यूटर प्रोग्राम द्वारा कर अधिकारियों को काम दिया जाएगा.
ई प्रणाली में यह भी प्रावधान है कि स्थानीय अधिकारी की जगह, दूसरे राज्य का कर अधिकारी भी कर का मूल्यांकन कर सकेगा जिससे आमने-सामने की असेसमेंट प्रणाली में होने वाली गड़बड़ी की आशंका नहीं रहेगी.