अलीगढ़: पुलिस उत्पीड़न से परेशान युवक की आत्माहत्या के मामले में थाना देहली गेट के प्रभारी इंस्पेक्टर और दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया. वहीं, जिला प्रशासन ने मामले में मजिस्ट्रेट जांच बैठा दी है. युवक की आत्महत्या को लेकर परिवार वालों ने थाना देहली गेट पुलिस को जिम्मेदार ठहराया था. परिजनों ने आरोप लगाया था कि युवक की लापता पत्नी को लेकर पुलिस उसकी मां और युवक रवि को प्रताड़ित कर रही थी. वहीं, मंगलवार को थाने के सामने खैर रोड पर शव रखकर प्रदर्शन किया गया था.
थाना देहली गेट इलाके के गोविंद नगर में रहने वाला रवि (35) कबाड़ का काम करता था. दीपावली की रात उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. 11 महीने पहले रवि की शादी पूर्णिमा नाम की महिला से हुई थी. वहीं, शादी कराने वाली गुलाबो के घर जब पूर्णिमा 26 मई को मिलने गई तो वहीं से रवि की पत्नी गायब हो गई. इसके बाद गुलाबों ने रवि और उसकी मां के खिलाफ थाना देहली गेट में मुकदमा दर्ज कराया था, जब पूर्णिमा, गुलाबों के घर से गायब हुई थी. रवि ने पुलिस को बताया कि गुलाबों ने पूर्णिमा को गायब किया है या दूसरी जगह शादी करा दी गई. लेकिन, पुलिस ने रवि की सुनवाई नहीं की. उल्टा रवि और उसकी मां के साथ मारपीट और अभद्रता की गई. पुलिस के व्यवहार से आहत होकर रवि ने सोमवार शाम आत्महत्या कर ली थी.
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि आरोपी महिला गुलाबी देवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं, घटना में थाना देहली गेट प्रभारी दिनेश कुमार सिसोदिया और एसआई मुकेश चौधरी को लाइन हाजिर किया गया है. पूरे मामले की जांच पुलिस अधीक्षक यातायात को दी गई है. वहीं, मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी कर दिए गए हैं.