देहरादून: उत्तराखंड के हरिद्वार में दिव्य प्रेम सेवा मिशन के रजत जयंती समापन समारोह में बाबा ने एक फिर नए विवाद को जन्म दे दिया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मौजूदगी में योग गुरु बाबा रामदेव ने गरीब और बेसहारा लोगों का इलाज करने वाली मदर टेरेसा पर विवादित बयान दिया है. पहले तो उन्होंने दिव्य प्रेम सेवा मिशन के मुखिया आशीष भैया की तुलना मदर टेरेसा से कर डाली. उन्होंने कहा मदर टेरेसा गरीबों का इलाज करने के पीछे की मुख्य वजह उनके धर्म प्रचार प्रसार को बताया.
योग गुरु रामदेव का मदर टेरेसा पर विवादित बयान, बोले- धर्म प्रचार के लिए करती थीं गरीबों का इलाज
उत्तराखंड में हरिद्वार के दिव्य प्रेम सेवा मिशन के रजत जयंती समापन समारोह में बाबा रामदेव ने मदर टेरेसा पर विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा गरीबों का इलाज अपने धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए करती थीं.
दिव्य प्रेम सेवा मिशन में रजत जयंती समापन समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मौजूद रहे. कार्यक्रम में बाबा रामदेव भी मौजूद रहे. बाबा रामदेव ने कहा कि मदर टेरेसा का मुख्य उद्देश्य उनकी मिशनरी को आगे बढ़ाना था और जब उनको भारत सरकार द्वारा भारत रत्न दिया जा सकता है तो आशीष भैया या किसी और को क्यों नहीं. वहीं, जब पत्रकारों ने इस संबंध में बाबा रामदेव से पूछा तो बाबा रामदेव सवाल को यह कहते हुए टाल गए कि उनके ज्यादा बोलने से विवाद और बढ़ जाएगा.
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